नई दिल्ली। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसे 2015 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य देश के युवाओं को उद्योग-प्रासंगिक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है, ताकि उनकी रोजगार क्षमता बढ़े और वे स्वरोजगार शुरू कर सकें। यह योजना कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) द्वारा संचालित की जाती है और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) इसे लागू करता है। अब तक इस योजना के तीन चरण सफलतापूर्वक पूरे हो चुके हैं, और जल्द ही PMKVY 4.0 लॉन्च होने वाला है।
PMKVY के तहत 1.6 करोड़ से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जिसमें 43% से अधिक को प्लेसमेंट मिला है। यह योजना स्कूल/कॉलेज ड्रॉपआउट्स और बेरोजगार युवाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी है। इसमें 150-300 घंटे की अल्पकालिक ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें सॉफ्ट स्किल्स, डिजिटल साक्षरता, और उद्यमिता शामिल हैं। प्रशिक्षण मुफ्त है, और सरकार प्रशिक्षण शुल्क, मूल्यांकन, और प्रमाणन लागत वहन करती है। सफल प्रशिक्षण के बाद युवाओं को लगभग 8,000 रुपये की पुरस्कार राशि भी दी जाती है।
PMKVY 4.0 में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए विशेष मॉड्यूल जोड़े गए
PMKVY 4.0 में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए विशेष मॉड्यूल जोड़े गए हैं, जो युवाओं को बाजार विश्लेषण, व्यवसाय योजना, और कानूनी पहलुओं की जानकारी देंगे। यह चरण बड़े और मान्यता प्राप्त संस्थानों को जोड़ने पर केंद्रित है, ताकि प्रशिक्षण की गुणवत्ता और प्रभाव बढ़े। योजना में निर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स, खाद्य प्रसंस्करण, और रत्न-आभूषण जैसे 40 तकनीकी क्षेत्र शामिल हैं।
आवेदन प्रक्रिया सरल है। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट pmkvyofficial.org पर पंजीकरण कर सकते हैं, जहां उन्हें व्यक्तिगत जानकारी, शैक्षिक योग्यता, और पसंदीदा कोर्स की जानकारी देनी होती है। यह योजना विशेष रूप से महिलाओं, अनुसूचित जाति/जनजाति, और अन्य वंचित समुदायों के लिए समावेशी है।