नई दिल्ली। 14 साल की उम्र में राजस्थान रॉयल्स के लिए IPL 2025 में डेब्यू करने वाले वैभव सूर्यवंशी ने क्रिकेट जगत में सनसनी मचा दी है। बिहार के समस्तीपुर से ताल्लुक रखने वाले इस युवा बल्लेबाज ने सोमवार को गुजरात के खिलाफ मात्र 35 गेंद में शतक जड़कर सबको चौंका दिया। वह आईपीएल में सबसे कम गेंद पर शतक पूरा करनेवाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। उनके कोच मनीष ओझा ने खास बातचीत में वैभव की मेहनत, अनुशासन और प्रतिभा के बारे में बताया।
वैभव ने 12 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में बिहार के लिए डेब्यू कर इतिहास रचा था। वे सबसे कम उम्र में लिस्ट-ए क्रिकेट खेलने वाले भारतीय भी बने। अंडर-19 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 58 गेंदों में शतक जड़कर उन्होंने अपनी क्षमता दिखाई। IPL 2025 में जयपुर में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ डेब्यू करते हुए वैभव ने पहली गेंद पर शार्दुल ठाकुर को छक्का मारा। ओझा ने कहा, “उनके शॉट में ताकत के साथ-साथ तकनीक, बैट स्विंग और टाइमिंग का कमाल था।”
100 किमी दूर यात्रा कर करते थे प्रैक्टिस
वैभव के पिता संजीव हर दूसरे दिन 100 किमी की यात्रा कर उन्हें मैचों के लिए ले जाते थे। संजीव 10 टिफिन पैक करते थे—एक वैभव के लिए और बाकी नेट गेंदबाजों के लिए, जो अतिरिक्त समय तक गेंदबाजी करते। ओझा ने बताया, “वैभव रोज 600 गेंदें खेलते थे, जबकि अन्य बच्चे 50 गेंदें खेलते। उनकी बल्लेबाजी में युवराज सिंह जैसी झलक दिखती है।”
पिता ने खेत बेचकर पूरा किया बेटे का सपना
वैभव की डाइट पर सख्ती बरती गई। मटन और पिज्जा, जो उन्हें बेहद पसंद थे, उनके डाइट चार्ट से हटा दिए गए। ओझा ने कहा, “वह बिना डरे खेलता है। उसका आत्मविश्वास और तकनीक उसे खास बनाती है।” वैभव की इस यात्रा में उनके परिवार का योगदान अहम रहा। पिता ने खेत बेचकर उनके क्रिकेट सपनों को पूरा किया। राहुल द्रविड़ जैसे कोच के मार्गदर्शन में वैभव भविष्य में भारतीय क्रिकेट के सितारे बन सकते हैं।