नई दिल्ली। दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शनिवार तड़के करीब 2:30 बजे एक चार मंजिला इमारत ढह गई, जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य के मलबे में फंसे होने की आशंका है। पुलिस के अनुसार, इस हादसे में अब तक 14 लोगों को बचाया गया है, लेकिन इनमें से चार की मौत हो चुकी है। अनुमान है कि 8-10 लोग अभी भी मलबे में फंसे हो सकते हैं। यह इमारत एल-आकार की थी और इसमें 20-25 लोग रहते थे।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), दिल्ली पुलिस, अग्निशमन विभाग और डॉग स्क्वॉड की टीमें मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुटी हैं। स्थानीय लोगों ने भी बचाव कार्य में सहयोग किया। एक स्थानीय निवासी द्वारा साझा किए गए सीसीटीवी फुटेज में इमारत के ढहने का क्षण कैद हुआ, जिसमें धूल और मलबे का गुबार दिखाई देता है। दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त उपायुक्त (उत्तर-पूर्व जिला) संदीप लांबा ने बताया कि बचाव कार्य जारी है और हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
शुक्रवार शाम को अचानक मौसम में आया बदलाव
यह हादसा शुक्रवार रात दिल्ली में आए अचानक मौसम परिवर्तन के बाद हुआ, जब भारी बारिश, तूफान और धूल भरी आंधी ने शहर के कई हिस्सों को प्रभावित किया। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को भी आंशिक रूप से बादल छाए रहने और हल्की बारिश के साथ तूफान की संभावना है। पिछले हफ्ते भी दिल्ली-एनसीआर में एक दीवार गिरने और इमारत ढहने की घटनाओं में दो लोगों की मौत और तीन लोग घायल हुए थे।
पुरानी और जर्जर इमारतों की सुरक्षा पर सवाल
मुस्तफाबाद के इस हादसे ने एक बार फिर पुरानी और जर्जर इमारतों की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। प्रशासन ने घायलों को नजदीकी जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इमारत में दो परिवार और कई किराएदार रहते थे, जिनमें बच्चे भी शामिल थे।