हरिद्वार। हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में रविवार को सुबह एक दुखद हादसे में भगदड़ मचने से छह लोगों की मौत हो गई और 25 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा मंदिर की सीढ़ियों पर उस समय हुआ, जब भारी भीड़ एकत्रित थी।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, भीड़ में अचानक अफरा-तफरी मचने से यह भगदड़ हुई। एक प्रत्यक्षदर्शी बंटी ने बताया कि मंदिर के पास एक खंभे में बिजली का करंट होने की अफवाह फैलने से लोग घबरा गए, जिसके बाद भगदड़ मच गई। हालांकि, पुलिस ने करंट से हादसे की संभावना को खारिज किया है।
करंट लगने की खबर से मची भगदड़
गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा कि वे घटनास्थल के लिए रवाना हो रहे हैं और विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। हरिद्वार के जिला मजिस्ट्रेट मयूर दीक्षित ने बताया कि सुबह करीब 9 बजे भगदड़ की सूचना मिली। प्रारंभिक जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि सीढ़ियों पर 100 मीटर नीचे एक तार में करंट की अफवाह से लोग डर गए। कुछ तस्वीरों में टूटे तार दिखाई दिए, जिससे लोग दीवार पर चढ़ने की कोशिश करने लगे, जिसके कारण भगदड़ मची। डॉक्टरों के अनुसार, मौतें भगदड़ के कारण हुईं, न कि बिजली के झटके से।
पीएम नरेंद्र मोदी ने घटना पर जताया दुख
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), स्थानीय पुलिस और अन्य बचाव दल मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। उन्होंने एक मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
यह हादसा सावन के महीने में हुआ, जब हरिद्वार में कांवड़ियों और भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार के तीन प्रमुख सिद्धपीठों में से एक है, जो भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस घटना ने धार्मिक स्थलों पर भीड़ प्रबंधन की आवश्यकता को फिर से रेखांकित किया है।