नई दिल्ली। गोवा के शिरगांव गांव में श्री लैराई देवी मंदिर में शुक्रवार देर रात वार्षिक लैराई जत्रा उत्सव के दौरान भगदड़ मचने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक घायल हो गए। यह हादसा शनिवार तड़के करीब 4-5 बजे हुआ, जब हजारों श्रद्धालु पारंपरिक अग्निदिव्य (आग पर चलने) अनुष्ठान में भाग लेने के लिए एकत्र हुए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भीड़ में अचानक अफवाह फैलने और धक्का-मुक्की के कारण स्थिति अनियंत्रित हो गई। कुछ सूत्रों ने बिजली के झटके की अफवाह को भी इसका कारण बताया।
लैराई जत्रा, जो हर मई में आयोजित होती है, गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक से 50,000 से अधिक श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। इस उत्सव में श्रद्धालु देवी लैराई, जिन्हें देवी पार्वती का अवतार माना जाता है, की पूजा करते हैं और रात में डंडों के साथ नृत्य तथा तड़के आग पर चलने का अनुष्ठान करते हैं। इस साल, भीड़ प्रबंधन के लिए 1,000 पुलिसकर्मी और ड्रोन तैनात किए गए थे, लेकिन व्यवस्था नाकाम साबित हुई।
पीएम मोदी ने सीएम सावंत से की बात
घायलों को गोवा मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) और मापुसा के उत्तरी गोवा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां आठ लोग गंभीर हालत में हैं। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घटनास्थल और अस्पतालों का दौरा किया, जहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने घटना की जांच के आदेश दिए हैं, जिसका प्रतिवेदन सार्वजनिक किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सावंत से बात कर स्थिति का जायजा लिया और केंद्र की ओर से पूर्ण समर्थन का वादा किया।
राहुल गांधी ने घटना पर शोक जताया
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और गोवा कांग्रेस ने भी शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उत्तरी गोवा के एसपी अक्षत कौशल ने कहा कि अफवाहों के कारण भीड़ में अफरा-तफरी मची। यह पहली बार है कि इस जत्रा में ऐसी त्रासदी हुई, जिसने गोवा के सांस्कृतिक उत्सव पर गहरा प्रभाव डाला है।