देहरादून। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में एक दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सात लोगों की जान चली गई। आर्यन एविएशन का एक हेलीकॉप्टर, जो केदारनाथ धाम से गुप्तकाशी की ओर जा रहा था, गौरीकुंड के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलीकॉप्टर में पायलट सहित छह यात्री, जिनमें पांच वयस्क और एक बच्चा शामिल थे, सवार थे।
यह हादसा सुबह करीब 5:20 बजे हुआ, जब खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर अपना रास्ता भटक गया और गौरीकुंड के घने जंगलों में क्रैश हो गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, खराब दृश्यता और प्रतिकूल मौसम इस दुर्घटना का प्रमुख कारण रहा।
हादसा गौरीकुंड के ऊपर जंगलों में हुआ
रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह राजवर ने बताया कि हादसा गौरीकुंड के ऊपर जंगलों में हुआ, जो एक दुर्गम क्षेत्र है। दुर्घटना की सूचना स्थानीय लोगों ने दी, जो उस समय चारा इकट्ठा करने गए थे। सूचना मिलते ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीमें बचाव कार्य के लिए तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं। हालांकि, बचाव दल को घने जंगल और दुर्गम इलाके के कारण काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “रुद्रप्रयाग जिले में हेलीकॉप्टर दुर्घटना की अत्यंत दुखद खबर मिली है। SDRF, स्थानीय प्रशासन और अन्य बचाव दल राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। मैं बाबा केदार से सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।”
हेलीकॉप्टर सेवाओं को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया
इस हादसे के बाद उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) और डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने चारधाम क्षेत्र में हेलीकॉप्टर सेवाओं को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया है। यह इस क्षेत्र में छह सप्ताह में पांचवीं हेलीकॉप्टर दुर्घटना है, जिसने हेली सेवाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञों ने खराब मौसम, जटिल भूभाग और उच्च यातायात को जोखिम कारकों के रूप में चिह्नित किया है। DGCA ने उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर संचालन की समीक्षा शुरू कर दी है।