नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश बिजली विभाग द्वारा समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जिया उर रहमान बर्क के आवास पर बिजली चोरी का आरोप लगाते हुए 1.91 करोड़ रुपये का भारी बिजली बिल जारी किया गया है।
विभाग का दावा है कि गुरुवार सुबह जिया उर रहमान बर्क के आवास पर निरीक्षण के दौरान दो बिजली मीटरों के साथ छेड़छाड़ के सबूत पाए गए, जिसके कारण बर्क के घर की बिजली आपूर्ति काट दी गई। समाजवादी पार्टी के सांसद पर बिजली चोरी विरोधी अधिनियम की धारा 135 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। वह जिला विद्युत समिति के अध्यक्ष भी हैं।
रकम नहीं चुकाने पर रिकवरी सर्टिफिकेट जारी होगी
सब डिविजनल ऑफिसर (एसडीओ) संतोष त्रिपाठी ने आरोपों की पुष्टि करते हुए कहा, “बिजली के लोड की गिनती की जा रही है। पहली और दूसरी मंजिल के कुछ कमरों में ताला लगा हुआ है।” बकाए को लेकर विभाग बार्क को नोटिस जारी करेगा और रकम नहीं चुकाने पर रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) जारी की जाएगी।
एसी और पंखे होने के बावजूद बिल शून्य आ रहा था
निरीक्षण तब किया गया था, जब एयर कंडीशनर और पंखे जैसे बिजली के उपकरण होने के बावजूद सांसद के आवास पर वार्षिक बिजली खपत शून्य दर्ज की गई थी। आवास पर लगे पुराने मीटरों को सील कर दिया गया और विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया गया। यह घटना बर्क की बढ़ती कानूनी परेशानियों को और बढ़ा देती है।
संभल घटना के बाद बर्क बनाए गए मुख्य आरोपी
उन्हें हाल ही में संभल में एक मस्जिद सर्वेक्षण को लेकर हुई हिंसा में मुख्य आरोपी नामित किया गया है, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। उत्तर प्रदेश पुलिस ने आरोप लगाया कि बर्क ने राजनीतिक लाभ के लिए अपने भाषणों के माध्यम से भीड़ को उकसाया। इस आरोप से उन्होंने और उनकी पार्टी ने इनकार किया है और अशांति भड़काने के लिए भाजपा को दोषी ठहराया है।