नई दिल्ली। भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर पिछले वर्ष जून 2024 से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर हैं। नासा ने उनकी वापसी के लिए पहले फरवरी 2025 की तारीख निर्धारित की थी, लेकिन अब उनकी वापसी में देरी हो रही है। नवीनतम जानकारी के अनुसार, नासा अब उन्हें 19 मार्च 2025 के आसपास पृथ्वी पर वापस लाने की योजना बना रहा है।
सुनीता और विल्मोर की वापसी में हो रही इस देरी का मुख्य कारण स्पेसएक्स के क्रू-10 मिशन के प्रक्षेपण में हो रही देरी है। क्रू-10 मिशन, जो पहले फरवरी 2025 में लॉन्च होने वाला था, अब मार्च 2025 के अंत से पहले लॉन्च होने की उम्मीद है। क्रू-10 के अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने के बाद ही क्रू-9 मिशन के सदस्य, जिसमें सुनीता और विल्मोर शामिल हैं, पृथ्वी पर लौट सकेंगे।
5 जून 2024 को ही पहुंचे थे अंतरिक्ष
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 5 जून 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के माध्यम से ISS पर पहुंचे थे। उनका मिशन केवल आठ दिनों का था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण उनकी वापसी में लगातार देरी होती रही। अब, उनकी अंतरिक्ष में कुल अवधि लगभग नौ महीने हो जाएगी।
नासा ने फिलहाल आधिकारिक घोषणा नहीं की
नासा के अनुसार, क्रू-9 मिशन के सदस्य क्रू-10 के ISS पर पहुंचने के बाद एक संक्षिप्त हैंडओवर अवधि के बाद पृथ्वी पर लौटेंगे। हालांकि, नासा ने अभी तक उनकी वापसी की सटीक तारीख की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की लंबी अंतरिक्ष यात्रा के दौरान, उन्होंने कई वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधानों में भाग लिया है, जो भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे।
अंतरिक्ष में बिताए गए इस लंबे समय के दौरान, सुनीता और विल्मोर ने अपने परिवारों से दूर रहकर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी सुरक्षित वापसी के लिए नासा और स्पेसएक्स मिलकर कार्य कर रहे हैं और उम्मीद है कि वे जल्द ही सकुशल पृथ्वी पर लौट आएंगे।