नई दिल्ली। असम पुलिस ने यूट्यूब शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ के हालिया एपिसोड में कथित तौर पर अश्लीलता को बढ़ावा देने और वल्गर बातचीत करने के लिए यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया और कॉमेडियन समय रैना सहित अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि यूट्यूबर्स और इन्फ्लूएंसर्स आशीष चंचलानी, जसप्रीत सिंह, अपूर्व मखीजा और अन्य को भी अश्लीलता को बढ़ावा देने के लिए एफआईआर में शामिल किया गया है। शो पर अपनी भद्दी टिप्पणी के लिए रणवीर अल्लाहबादिया के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी, जिसके बाद मुंबई पुलिस खार में शो के सेट पर पहुंची।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने लिया एक्शन
अल्लाहबादिया ने उस समय विवाद खड़ा कर दिया जब उन्होंने शो में एक प्रतियोगी से पूछा, “क्या आप जीवन भर अपने माता-पिता को सेक्स करते देखना पसंद करेंगे या आप एक बार इसमें शामिल होंगे और इसे हमेशा के लिए बंद कर देंगे?” इस सवाल पर जमकर आलोचना की गई और कई लोगों ने ऑनलाइन एडल्ट कंटेट पर सख्त नियमों की मांग की। YouTuber की टिप्पणी से इंटरनेट पर हलचल मचने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को एक पत्र में उनकी टिप्पणियों वाले वीडियो को हटाने के लिए कहा गया।
मानवाधिकार आयोग ने बताया समाज के लिए खतरा
मानवाधिकार निकाय ने अपने पत्र में कहा, “आयोग को कुछ ऐसे लिंक मिले हैं जो दर्शाते हैं कि इस शो के एक एपिसोड में यूट्यूबर्स को महिलाओं और बच्चों के संबंध में अश्लील और स्पष्ट बयान देते हुए दिखाया गया है। यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक सहित व्यापक रूप से इन सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर ऐसी सामग्री की उपलब्धता, महिलाओं सहित बच्चों की सुरक्षा, गरिमा और मानसिक कल्याण के लिए गंभीर खतरा है।”
रणवीर ने वीडियो जारी कर मांगी माफी
वहीं रणवीर ने विवाद बढ़ने के बाद कहा, “मेरी टिप्पणी न सिर्फ अनुचित थी, बल्कि मजाकिया भी नहीं थी। कॉमेडी मेरी विशेषता नहीं है। मैं यहां सिर्फ माफी मांगने के लिए आया हूं। आप में से कई लोगों ने पूछा कि क्या मैं इस तरह से अपने मंच का उपयोग करना चाहता हूं और जाहिर है, मैं इसका उपयोग इस तरह से नहीं करना चाहता। जो कुछ भी हुआ, उसके पीछे मैं कोई संदर्भ या औचित्य या तर्क नहीं देने जा रहा हूं।”