नई दिल्ली। बेंगलुरु में कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश (68) की उनके एचएसआर लेआउट स्थित आवास पर हत्या कर दी गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी ओम प्रकाश दोपहर के भोजन के दौरान अपनी पत्नी पल्लवी और बेटी कृति के साथ थे, जब पल्लवी ने उन पर चाकू से हमला किया।
उनके शरीर पर पेट, छाती और गर्दन पर 10-12 गहरे घाव पाए गए। हत्या के बाद पल्लवी ने पुलिस हेल्पलाइन 112 पर कॉल कर हत्या की बात कबूल की और एक अन्य पूर्व डीजीपी की पत्नी को वीडियो कॉल पर कहा, “मैंने राक्षस को मार डाला।”
आरोपी पत्नी 12 साल से स्किजोफ्रेनिया से पीड़ित
पुलिस ने पल्लवी और कृति को हिरासत में लिया है, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। ओम प्रकाश के बेटे कार्तिकेश ने शिकायत दर्ज की, जिसमें कहा गया कि उनकी मां, जो 12 साल से स्किजोफ्रेनिया से पीड़ित हैं और बहन ने हत्या की। शिकायत में उल्लेख है कि पल्लवी ने पहले भी ओम प्रकाश को बंदूक से धमकी दी थी। सूत्रों के अनुसार, पल्लवी ने पहले ओम प्रकाश के चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंका, उन्हें बांधा और फिर चाकू से वार किए। एक टूटी बोतल और चाकू घटनास्थल पर मिले।
हत्या का कारण पारिवारिक विवाद हो सकता है
पुलिस का कहना है कि हत्या का कारण पारिवारिक विवाद हो सकता है, जिसमें डंडेली, कर्नाटक में जमीन को लेकर मतभेद शामिल हैं। पल्लवी ने पहले इस जमीन को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करने की कोशिश की थी। ओम प्रकाश का शव सेंट जॉन्स अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। बेंगलुरु पुलिस आयुक्त बी. दयानंद ने कहा कि प्रारंभिक जांच में आंतरिक कारण सामने आए हैं, और विस्तृत जांच के बाद ही पूरी तस्वीर स्पष्ट होगी।
1981 बैच के इस अधिकारी ने 2015 से 2017 तक कर्नाटक डीजीपी के रूप में सेवा दी और बिहार के चंपारण के मूल निवासी थे। इस घटना ने पुलिस समुदाय और जनता को स्तब्ध कर दिया है।