अमृतसर। भारतीय सेना ने शनिवार तड़के अमृतसर के खासा कैंट क्षेत्र में पाकिस्तान द्वारा भेजे गए कई सशस्त्र ड्रोनों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। यह घटना सुबह करीब 5 बजे हुई, जब सीमा पार से ड्रोनों ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की। सेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने वायु रक्षा तंत्र को सक्रिय किया और ड्रोनों को मार गिराया। इस कार्रवाई के बाद, भारतीय सेना ने नष्ट किए गए ड्रोन के मलबे की तस्वीरें जारी कीं, जो पाकिस्तान की आक्रामक मंशा को उजागर करती हैं।
भारतीय सेना के प्रवक्ता ने कहा, “पाकिस्तान की ओर से भारत की संप्रभुता को चुनौती देने और नागरिकों को खतरे में डालने की कोशिश अस्वीकार्य है। भारतीय सेना किसी भी शत्रु साजिश को नाकाम करने के लिए पूरी तरह तैयार है।” इस घटना को ऑपरेशन सिंदूर के तहत अंजाम दिया गया, जो हाल के दिनों में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव का हिस्सा है।
अमृतसर में रेड अलर्ट जारी किया गया
सूत्रों के अनुसार, अमृतसर में पांच अलग-अलग क्षेत्रों में कम से कम 15 ड्रोनों को देखा गया था, जिनमें से अधिकांश को नष्ट कर दिया गया। ड्रोन हमले के बाद अमृतसर में रेड अलर्ट जारी किया गया और नागरिकों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया। उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि कोई नागरिक या अन्य क्षति नहीं हुई है।
फिरोजपुर में ड्रोन हमले में एक घर में लगी आग
इससे पहले, पंजाब के फिरोजपुर में एक ड्रोन के मलबे से एक घर में आग लग गई थी, जिसमें तीन लोग घायल हो गए थे। भारत ने इन हमलों को पाकिस्तान की ओर से जानबूझकर की गई उकसावे की कार्रवाई करार दिया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली, जिसमें एस-400 जैसे उन्नत उपकरण शामिल हैं, ने सभी खतरों को प्रभावी ढंग से निष्प्रभावी किया। वैश्विक समुदाय ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत के जरिए तनाव कम करने की अपील की है। जी-7 देशों ने भी शांति की वकालत की है।