अहमदाबादा। अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के शव की डीएनए जांच के बाद आधिकारिक पहचान हो गई। 12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (फ्लाइट AI171) टेकऑफ के पांच मिनट बाद मेघानीनगर में एक मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई, जिसमें रूपाणी भी शामिल थे। एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वासकुमार रमेश, अस्पताल में भर्ती हैं।
रूपाणी, जो अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे, बिजनेस क्लास की सीट 2D पर थे। हादसे के बाद उनके राजकोट स्थित आवास पर तनावपूर्ण माहौल रहा। उनकी पत्नी अंजलि रूपाणी को अहमदाबाद हवाई अड्डे पर गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने रिसीव किया। डीएनए टेस्ट में देरी के कारण शव की पहचान में समय लगा, लेकिन अब राजकोट में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा।
पीएम मोदी ने रूपाणी के परिजनों से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 जून को अहमदाबाद में रूपाणी के परिवार से मुलाकात की और उन्हें विनम्र और मेहनती नेता बताया। मोदी ने X पर लिखा, “विजय भाई के साथ दशकों तक कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।” गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल ने इसे पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति करार दिया।
रूपाणी गुजरात के 16वें मुख्यमंत्री बने थे
रूपाणी (68) ने 2016 से 2021 तक गुजरात के 16वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। म्यांमार के यांगून में जन्मे, राजकोट में पले-बढ़े रूपाणी ने RSS और ABVP से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। वे 1976 में आपातकाल के दौरान जेल भी गए थे। हादसे की जांच के लिए डीजीसीए ने ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग शुरू की है। एयर इंडिया ने पीड़ितों के परिवारों के लिए 1 करोड़ रुपये मुआवजे की घोषणा की है।