शेख हसीना फिलहाल भारत में ही रहेंगी, ब्रिटेन से नहीं मिली हरी झंडी; बांग्लादेश की सड़कों पर जश्न

शेख हसीना फिलहाल भारत में ही रहेंगी, ब्रिटेन से नहीं मिली हरी झंडी

नई दिल्ली। 15 वर्षों तक बांग्लादेश का नेतृत्व करने के बाद ‘आयरन लेडी’ के नाम से मशहूर शेख हसीना को इस्तीफा देने और देश से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है। सोमवार को बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शन अपने चरम पर पहुंच गया था, इसके बाद शेख हसीना को बांग्लादेश छोड़ना पड़ गया। ढाका की सड़कें उनके बाहर निकलने के बाद जश्न में डूब गईं।

बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वेकर-उज-जमान ने कहा कि पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी, अवामी लीग को छोड़कर, राजनीतिक दलों के साथ परामर्श के बाद जल्द ही एक नई अंतरिम सरकार बनाई जाएगी। उन्होंने उस कार्रवाई को खत्म करने का वादा किया जिसमें 300 से अधिक लोग मारे गए थे और आज उनका छात्र नेताओं से मिलने का कार्यक्रम है।

सैन्य विमान से भारत पहुंचीं हसीना

शेख हसीना कथित तौर पर यूनाइटेड किंगडम में शरण लेना चाहती हैं। हालांकि, उनके बेटे सजीब वाजेद जॉय ने इन रिपोर्टों को खारिज कर दिया और कहा कि उनकी बांग्लादेश लौटने की कोई योजना नहीं है।

शेख हसीना हेलीकॉप्टर के जरिए बांग्लादेश से रवाना हुईं और सोमवार को गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर उतरीं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और वरिष्ठ अधिकारियों ने हसीना के आगमन पर उनसे मुलाकात की, जहां उन्हें पड़ोसी देश में उभरती स्थिति पर भारत के रुख से अवगत कराया गया।

ब्रिटेन ने फिलहाल हसीना को हरी झंडी नहीं दी

सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि हसीना लंदन जाने की योजना बना रही हैं, जहां उन्हें शरण मिलने की उम्मीद है। लेकिन ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड लैमी द्वारा बांग्लादेश में घातक हिंसा की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में पूर्ण और स्वतंत्र जांच के आह्वान के बाद उनकी योजनाएं अनिश्चित हैं।

शीर्ष सूत्रों ने बताया कि हसीना पिछले 14 घंटों से हिंडन एयरबेस पर हैं, क्योंकि वह अपनी आगे की यात्रा के लिए यूके से मंजूरी का इंतजार कर रही हैं। उनके प्रवास के दौरान शिष्टाचार बैठकों की योजना बनाई गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है।

बांग्लादेश में स्थिति अस्थिर बनी हुई है और शेख हसीना के जाने के बाद से हिंसा जारी है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने घोषणा की कि सभी सरकारी और निजी कार्यालय, कारखाने और शैक्षणिक संस्थान मंगलवार को फिर से खुलेंगे।

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