नई दिल्ली। मुंबई और उसके आस-पास के इलाकों में बुधवार को भारी बारिश के बाद गुरुवार सुबह मुंबई में वाहन और रेल यातायात फिर से पटरी पर आ गया। बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया था। लोकल ट्रेन की सेवाएं रोकनी पड़ी थी और 14 उड़ानों का मार्ग बदलना पड़ा था। हालांकि देर रात बारिश की तीव्रता कम होने के बाद स्थिति में सुधार हुआ। हालांकि 1 अक्टूबर तक और बारिश की आशंका है।
अधिकांश प्रभावित इलाकों में बाढ़ का पानी कम हो गया है और मुंबई हवाई अड्डे पर विमान परिचालन फिर से शुरू हो गया है। हालांकि, गुरुवार को स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे क्योंकि मौसम विभाग ने मुंबई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि शहर के लिए आज सुबह 8:30 बजे तक रेड अलर्ट जारी किया गया था। बुधवार शाम को शहर और उसके उपनगरों के कई इलाकों में पांच घंटे से अधिक समय में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई, जबकि उपनगरीय अंधेरी में भारी बारिश के कारण एक महिला उफनते नाले में डूब गई।
मुंबई में बारिश की स्थिति
पूर्वी उपनगरों में सुबह 8 बजे से रात 10 बजे के बीच सबसे अधिक 169.85 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई। इसके बाद पूर्वी उपनगरों में 169.85 मिमी और पश्चिमी उपनगरों में 104.17 मिमी बारिश हुई।
पूर्वी उपनगरों में मानखुर्द क्षेत्र में सबसे अधिक 276 मिमी बारिश हुई, जबकि भांडुप में 275 मिमी और पवई क्षेत्र में 274 मिमी बारिश हुई। द्वीप शहर के सेवरी कोलीवाड़ा और वडाला क्षेत्र में सबसे अधिक 145 मिमी बारिश हुई, जबकि पश्चिमी उपनगरों में सबसे अधिक 190 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मध्य रेलवे ने कहा कि विद्याविहार और मुलुंड के बीच अप और डाउन स्लो लाइनों पर और भांडुप और नाहुर के बीच डाउन लाइनों पर जलभराव की सूचना मिली, जिसके परिणामस्वरूप ट्रेनें 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं और सैकड़ों यात्रियों को असुविधा हो रही है। दूसरी ओर, पश्चिमी रेलवे ने कहा कि उसके नेटवर्क पर लोकल ट्रेन सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं।