नई दिल्ली। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर में एक स्कूल के सफाई कर्मचारी द्वारा तीन और चार साल की दो लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद शहर में तनाव का माहौल बन गया है। इस कारण यहां पर इंटरनेट को निलंबित कर दिया गया था, जिसके बाद इसे फिर से बहाल कर दिया गया है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कहा कि वह मामले की जांच के लिए बदलापुर में एक टीम भेजेगा।
बदलापुर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों के रेल रोको विरोध प्रदर्शन के कारण अंबरनाथ-कर्जत खंड पर लोकल ट्रेन सेवाएं 10 घंटे बाद फिर से शुरू हो गईं। पुलिस के मुताबिक, किंडरगार्टन की दो लड़कियों के साथ 13 अगस्त को स्कूल के शौचालय में यौन शोषण किया गया था। यह घटना तब सामने आई जब एक लड़की ने 16 अगस्त को अपने माता-पिता को आपबीती सुनाई। आरोपी अक्षय शिंदे को 17 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया।
बदलापुर विरोध प्रदर्शन
घटना सामने आने के बाद मंगलवार को हजारों लोग बदलापुर रेलवे स्टेशन पर एकत्र हुए और विरोध प्रदर्शन किया, जिससे 12 एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों का मार्ग बदलना पड़ा। 30 लोकल ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द करना पड़ा और कुछ लंबी दूरी की ट्रेनों का मार्ग बदलना पड़ा।
विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। गुस्साए स्थानीय लोगों ने स्कूल पर पथराव किया और तोड़फोड़ की। बदलापुर रेलवे स्टेशन के पास एक बस भी क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस ने रेल पटरियां खाली कराने के लिए नौ घंटे बाद लाठीचार्ज कर विरोध प्रदर्शन को खत्म कराया।
मंगलवार को घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे 300 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। ठाणे पुलिस ने 40 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है और उन्हें आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। रेलवे पुलिस के जीआरपी डीसीपी, मनोज पाटिल ने कहा कि स्थिति सामान्य है और पुलिस रेल रोको विरोध प्रदर्शन के दौरान सीसीटीवी फुटेज में देखे गए 300 लोगों की तलाश कर रही है।
माता-पिता ने इस बात पर चिंता जताई कि लड़कियों के शौचालय को साफ करने के लिए एक महिला स्टाफ सदस्य को क्यों नहीं नियुक्त किया गया। इस बीच, आरोपी अक्षय शिंदे को कल्याण अदालत में पेश किया गया और मीडिया को अदालत परिसर के अंदर जाने की अनुमति नहीं थी।