नई दिल्ली। पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर ने एक वायरल फर्जी पोस्ट का खंडन किया, जिसमें उनके नाम से पहलगाम आतंकी हमले के लिए पाकिस्तानी सेना को जिम्मेदार ठहराया गया था। यह पोस्ट दावा करती थी कि हानिया ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की आलोचना की और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आम पाकिस्तानियों को दंडित न करने की अपील की।
हानिया ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर स्पष्ट किया, “हाल ही में मेरे नाम से एक झूठा बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मैं स्पष्ट करती हूं कि मैंने यह बयान नहीं दिया और न ही इससे सहमत हूं। यह पूरी तरह से मनगढ़ंत है और मेरे विश्वासों को गलत दर्शाता है।”
पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की हुई मौत
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले के बाद भारत ने कई पाकिस्तानी कलाकारों, जिसमें हानिया आमिर, माहिरा खान, और अली जफर शामिल हैं, के इंस्टाग्राम अकाउंट्स को भारत में प्रतिबंधित कर दिया। इन अकाउंट्स पर संदेश दिखाई देता है, “यह अकाउंट भारत में उपलब्ध नहीं है, क्योंकि हमने सामग्री प्रतिबंधित करने के कानूनी अनुरोध का पालन किया।”
हमले में मारे गए लोगों के प्रति सहानुभूति: हानिया
हानिया ने कहा, “यह संवेदनशील और भावनात्मक समय है। मेरा दिल उन निर्दोष लोगों और उनके परिवारों के साथ है जो इस त्रासदी से प्रभावित हुए। इस दर्द को सहानुभूति की जरूरत है, न कि राजनीतिकरण की। बिना सबूत दोषारोपण केवल विभाजन को गहरा करता है।” उन्होंने अपने प्रशंसकों से तथ्यों की जांच करने और सकारात्मकता फैलाने की अपील की।
हानिया ने पहले हमले की निंदा करते हुए लिखा था, “कहीं भी त्रासदी सभी के लिए त्रासदी है। दुख की भाषा एक है। हमें हमेशा मानवता चुननी चाहिए।” उनकी यह प्रतिक्रिया भारत में उनके प्रशंसकों द्वारा सराही गई थी, लेकिन फर्जी पोस्ट ने विवाद खड़ा कर दिया। इस घटना ने भारत-पाक तनाव को और बढ़ाया। भारत ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर भी प्रतिबंध लगाया और सिंधु जल संधि को निलंबित किया।