नई दिल्ली। आज भारत के लिए गर्व का पल है। हमारे देश के अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 18 दिन के ऐतिहासिक मिशन के बाद धरती पर लौट आए हैं। मंगलवार, 15 जुलाई 2025 को दोपहर 3:01 बजे, शुभांशु और उनकी एक्सियॉम-4 (Ax-4) टीम के साथी कैलिफोर्निया के तट पर प्रशांत महासागर में सुरक्षित उतरे।
शुभांशु भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर कदम रखा। 41 साल बाद वह राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बने। उनकी यह यात्रा 26 जून को शुरू हुई थी, जब वे स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान से फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से रवाना हुए। मिशन में अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्रियों ने भी हिस्सा लिया।
शुभांशु ने 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए
18 दिन तक ISS पर रहते हुए शुभांशु ने 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए। इनमें पौधों की वृद्धि, सामग्री विज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर शोध शामिल थे। उनका ‘स्प्राउट्स प्रोजेक्ट’ भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों और धरती पर खेती के लिए महत्वपूर्ण है। विदाई समारोह में शुभांशु ने कहा, “आज का भारत अंतरिक्ष से महत्वाकांक्षी, निडर और गर्व से भरा दिखता है।”
1600 डिग्री सेल्सियस के तापमान को झेलते हुए वायुमंडल में प्रवेश किया
22 घंटे की वापसी यात्रा के बाद, ड्रैगन यान ने 1600 डिग्री सेल्सियस के तापमान को झेलते हुए पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश किया। पैराशूट की मदद से यान धीरे-धीरे समुद्र में उतरा। रिकवरी टीम ने शुभांशु और उनकी टीम को सुरक्षित निकाला। अब वे सात दिन के पुनर्वास कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, ताकि पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण में फिर से ढल सकें।