नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार आतिशी पर फिर से कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके परिवार के दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर सैयद अब्दुल रहमान गिलानी के साथ घनिष्ठ संबंध थे। इन्हें एक विशेष अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी, लेकिन बाद में 2001 के संसद हमले के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था।
आप सांसद ने कहा कि आतिशी के माता-पिता 2016 में दिल्ली के प्रेस क्लब में अफजल गुरु की याद में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल थे, जिसे 2001 के संसद हमले के मामले में दोषी ठहराया गया था। मालीवाल के अनुसार, यह कार्यक्रम आतिशी के माता-पिता और सैयद अब्दुल रहमान गिलानी द्वारा आयोजित किया गया था।
अफजल गुरु का महिमामंडन करते हुए लगाए थे नारे
राज्यसभा सांसद ने दावा किया कि कश्मीर की आजादी की वकालत करने वाले और अफजल गुरु का महिमामंडन करने वाले नारे लगाए गए, जिनमें यह भी शामिल था कि, “अगर एक अफजल मरता है, तो लाखों पैदा होंगे।”
मालीवाल ने कहा कि आतिशी के माता-पिता ने सैयद गिलानी की गिरफ्तारी और यातना शीर्षक से एक लेख भी लिखा है। राज्यसभा सांसद ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लेख के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं, जिसमें लिखा है भगवान दिल्ली की मदद करें।
अफजल गुरु की फांसी को रोकने के लिए लड़ाई लड़ी
इससे पहले मंगलवार को मालीवाल ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी को चुनने के AAP के फैसले की आलोचना की और दावा किया कि उनके परिवार ने दोषी आतंकवादी अफजल गुरु की फांसी को रोकने के लिए लड़ाई लड़ी थी। 2001 के संसद हमले में अपनी भूमिका के लिए दोषी ठहराए गए अफजल गुरु को 2013 में फांसी दी गई थी।