नई दिल्ली। लखनऊ में एचडीएफसी बैंक की एक महिला कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान जमीन पर गिरकर मौत हो गई। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकारी और निजी नौकरियों में काम के दबाव और तनाव के लिए भाजपा की विफल आर्थिक नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। यह घटना पुणे में अर्न्स्ट एंड यंग के एक कर्मचारी की कथित तौर पर अत्यधिक कार्यभार के कारण हुई मौत पर पूरे देश में आक्रोश के बीच हुई है।
कर्मचारी सादाब फातिमा दोपहर का खाना खाने गई थी, तभी अचानक वह बेहोश हो गई और जमीन पर गिर गई। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और संदेह है कि उसे दिल का दौरा पड़ा था। फातिमा लखनऊ में एचडीएफसी बैंक की विभूति खंड शाखा में कर्मचारी थी। वह वजीर गंज की निवासी थी।
कर्मचारियों की मौत बेहद चिंताजनक: अखिलेश यादव
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि कर्मचारी की मौत “बेहद चिंताजनक” है और यह “देश में मौजूदा आर्थिक दबाव” का प्रतीक है। अखिलेश यादव ने लिखा, “सभी कंपनियों और सरकारी विभागों को इस संबंध में गंभीरता से सोचना होगा। इस तरह की अचानक मौतें कामकाजी परिस्थितियों पर सवाल उठाती हैं। किसी भी देश की प्रगति का असली पैमाना सेवाओं या उत्पादों के आंकड़ों में वृद्धि नहीं है, बल्कि यह है कि कोई व्यक्ति मानसिक रूप से कितना स्वतंत्र, स्वस्थ और खुश है।”
बीजेपी सरकार के कारण कंपनियों का मुनाफा कम: अखिलेश
कन्नौज के सांसद ने इस स्थिति को भाजपा सरकार की “विफल आर्थिक नीतियों” से जोड़ने की भी कोशिश की। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार की विफल आर्थिक नीतियों के कारण कंपनियों का कारोबार इतना कम हो गया है कि वे अपना कारोबार बचाने के लिए कम लोगों से ज्यादा काम करवा रही हैं।”
सपा प्रमुख ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के हाल ही में दिए गए सुझाव पर कटाक्ष किया कि छात्रों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने के लिए तनाव प्रबंधन की कक्षाएं लेनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, “भाजपा सरकार ऐसी अचानक मौतों के लिए उतनी ही जिम्मेदार है, जितनी भाजपा नेताओं के बयान जो जनता को मानसिक रूप से हतोत्साहित करते हैं।”