नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के जनजातीय कल्याण मंत्री और बीजेपी नेता कुंवर विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया। 12 मई को मऊ, मानपुर में एक सभा में ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए शाह ने कथित तौर पर कुरैशी को पाकिस्तानियों और आतंकियों की बहन कहा। यह बयान ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई से जोड़कर दिया गया, जिसका नेतृत्व कुरैशी ने नहीं किया था।
कुरैशी ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ केवल प्रेस ब्रीफिंग दी थी। शाह का इरादा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करना था, लेकिन उनका बयान सांप्रदायिक और अपमानजनक माना गया।
कांग्रेस ने शाह से इस्तीफे की मांग की
कर्नल सोफिया कुरैशी, भारतीय सेना की सिग्नल कोर की 1999 बैच की अधिकारी, तीन दशकों से अपनी सेवा के लिए जानी जाती हैं। 2016 में उन्होंने फोर्स 18 अभ्यास में पहली महिला कमांडर के रूप में इतिहास रचा। उनकी सैन्य पृष्ठभूमि वाली फैमिली और कांगो में 2006 की शांति मिशन में योगदान उनकी उपलब्धियों का हिस्सा हैं। शाह के बयान ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया उभारी। कांग्रेस ने इसे महिलाओं और सेना का अपमान बताकर शाह के इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हाफिज ने कहा, “यह सांप्रदायिकता की हद है। शाह को तत्काल बर्खास्त किया जाए।”
विजय शाह शिवराज सिंह चौहान की पत्नी पर की थी टिप्पणी
विवाद बढ़ने पर शाह ने सफाई दी और माफी मांगी। उन्होंने कहा, “मेरे बयान को गलत समझा गया। कर्नल सोफिया मेरी बहन से बढ़कर हैं। मैं उनकी वीरता का सम्मान करता हूं।” शाह, जो 1990 से आठ बार विधायक रहे हैं, पहले भी विवादों में रह चुके हैं, खासकर महिलाओं पर टिप्पणियों के लिए। 2013 में उन्होंने तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान की पत्नी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। बीजेपी ने उनकी बहाली को जनजातीय वोटों से जोड़ा। इस घटना ने बीजेपी की छवि पर सवाल उठाए हैं।