नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के करीब पहुंच गई है। मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, जिनका कार्यकाल जून 2024 में समाप्त हो चुका है, के उत्तराधिकारी का चयन जुलाई 2025 के दूसरे सप्ताह तक होने की संभावना है। पार्टी ने कई प्रमुख राज्यों में नए राज्य अध्यक्षों की नियुक्ति कर इस प्रक्रिया को गति दी है।
बीजेपी के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तब तक नहीं हो सकता, जब तक कम से कम आधे राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे न हो जाएं। अब तक 14 राज्यों में नए राज्य अध्यक्ष नियुक्त किए जा चुके हैं, और अगले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, और पश्चिम बंगाल जैसे प्रमुख राज्यों में नई नियुक्तियां होने की उम्मीद है। इनमें से उत्तराखंड में महेंद्र भट्ट और तेलंगाना में एन रामचंद्र राव की नियुक्ति बिना किसी विवाद के हो चुकी है।
नए अध्यक्ष को लेकर अमित शाह और आरएसएस नेताओं के साथ हुई बैठक
पार्टी सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं के बीच हाल ही में हुई बैठकों में नए अध्यक्ष के चयन पर चर्चा हुई। संभावित उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के नाम सामने आए हैं। आरएसएस ने सुझाव दिया है कि नया अध्यक्ष संगठनात्मक रूप से मजबूत और युवा चेहरा हो।
नए अध्यक्ष का चयन 2025 की बिहार विधानसभा चुनाव और 2026 में पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु जैसे राज्यों के चुनावों को ध्यान में रखकर किया जाएगा। पश्चिम बंगाल में सुकांता मजुमदार के स्थान पर शमिक भट्टाचार्य या महिला नेता लॉकेट चटर्जी के नाम पर विचार हो रहा है, ताकि ममता बनर्जी के खिलाफ मजबूत रणनीति बनाई जा सके। बीजेपी की यह प्रक्रिया न केवल संगठन को मजबूत करेगी, बल्कि 2029 के लोकसभा चुनावों के लिए भी रणनीति को दिशा देगी। पार्टी नेतृत्व और आरएसएस के बीच सहमति बनने के बाद जल्द ही नया अध्यक्ष घोषित किया जाएगा।