नई दिल्ली। सीबीआई ने रविवार को जांच एजेंसी द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार के एक मामले के सिलसिले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के परिसरों सहित 15 स्थानों पर तलाशी शुरू की।
यह कार्रवाई जांच एजेंसी द्वारा कोलकाता अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करने के एक दिन बाद हुई है, जहां 9 अगस्त को एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया था और उसकी हत्या कर दी गई थी। एजेंसी ने पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल से इसकी जिम्मेदारी ली थी।
अदालत ने अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली की याचिका के आधार पर सीबीआई जांच का आदेश दिया था, जिन्होंने प्रिंसिपल के रूप में घोष के कार्यकाल के दौरान वित्तीय कदाचार का आरोप लगाया था। हाईकोर्ट ने पहले ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या की जांच सीबीआई को सौंपी थी और अब भ्रष्टाचार की जांच भी केंद्रीय एजेंसी को सौंप दी है।
सीबीआई को तीन हफ्ते में देनी होगी रिपोर्ट
न्यायाधीश राजर्षि भारद्वाज ने अपने आदेश में कहा, “यह न्यायालय निर्देश देता है कि जांच को सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया जाए, यह देखते हुए कि मामले में गंभीर आरोप शामिल हैं और मामले के विभिन्न पहलुओं को संभालने वाली कई एजेंसियां व्यापक न्याय के लिए अक्षमता या असंगतता, न्यायिक प्रक्रिया में अनावश्यक देरी और संभावित गलत व्याख्या का कारण बन सकती हैं।” हाईकोर्ट ने सीबीआई को तीन सप्ताह के भीतर जांच की प्रगति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
पांच आरोपियों का हुआ पॉलीग्राफ टेस्ट
शनिवार को संदीप घोष और चार अन्य का कोलकाता में सीबीआई कार्यालय में पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ। परीक्षण करने के लिए दिल्ली में केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला से पॉलीग्राफ विशेषज्ञों की एक टीम को बुलाया गया था। घोष के अलावा, दो डॉक्टरों, एक प्रशिक्षु और एक अस्पताल कर्मचारी पर झूठ पकड़ने का परीक्षण किया गया, जो उस रात ड्यूटी पर थे, जब आरजी कर के एक सेमिनार हॉल में महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई।