नई दिल्ली। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बुधवार को अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाने का संकेत दिया और कहा कि उनके अगले कदम पर स्पष्ट तस्वीर एक सप्ताह के भीतर सामने आ जाएगी। मीडिया से बात करते हुए सोरेन ने अपने सामने तीन विकल्पों के बारे में बात की- राजनीति से संन्यास लेना, नई पार्टी बनाना या किसी अन्य पार्टी में शामिल होना।
उन्होंने कहा कि वह संन्यास नहीं लेंगे और उनके लिए दो अन्य विकल्प खुले रहेंगे। सोरेन ने कहा, “मैं या तो एक नए संगठन को मजबूत करूंगा या रास्ते में किसी अन्य मित्र का समर्थन ढूंढूंगा।” उनकी यह टिप्पणी उनके झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) छोड़कर भाजपा में शामिल होने की चर्चा के बीच आई है। मंगलवार से ही चंपई सोरेन के कई समर्थक उनके सरायकेला स्थित आवास पर जुट रहे हैं। सोरेन ने आज मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “मैं अपनी पार्टी क्यों नहीं बना सकता? यह एक सप्ताह में स्पष्ट हो जाएगा।”
18 जुलाई को वह विधायकों को दिल्ली पहुंचे थे
उनके पार्टी बदलने की अटकलें पहली बार 18 अगस्त को सामने आईं जब उन्होंने कुछ विधायकों के साथ दिल्ली का दौरा किया। उस दिन बाद में, चंपई सोरेन ने एक बयान जारी कर कहा कि उन्हें अपने ही लोगों द्वारा दुख महसूस हुआ, जब बैठक से तीन दिन पहले उनके कार्यक्रम रद्द कर दिए गए, जहां उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। कथित भूमि घोटाला मामले में 31 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किए जाने के बाद 67 वर्षीय चंपई सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे। झारखंड हाई कोर्ट से हेमंत सोरेन को जमानत मिलने के बाद उन्होंने 3 जुलाई को पद से इस्तीफा दे दिया था।
उन्हें अंदर से टूटा हुआ महसूस हुआ: चंपई
चंपई सोरेन ने 18 अगस्त को एक पोस्ट में कहा, “मैं अंदर से टूट गया था। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं। दो दिन तक मैं चुपचाप बैठा रहा और आत्ममंथन करता रहा, पूरी घटना में अपनी गलती ढूंढता रहा। मुझे सत्ता का तनिक भी लालच नहीं था, लेकिन किसको करता क्या मैं अपने आत्मसम्मान पर हुए इस आघात को अपने ही लोगों द्वारा दिए गए दर्द को कहाँ व्यक्त कर सकता हूँ?” उन्होंने यह भी कहा था कि पिछले चार दशकों की अपनी राजनीतिक यात्रा में पहली बार उन्हें अंदर से टूटा हुआ महसूस हुआ।