नई दिल्ली। G7 शिखर सम्मेलन के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के बाद कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि उनका देश महत्वपूर्ण मुद्दों पर भारत के साथ काम करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। ट्रूडो ने कहा, “मैं इस महत्वपूर्ण, संवेदनशील मुद्दे के विवरण में नहीं जा रहा हूं, जिसका हमें अनुशरण करने की आवश्यकता है, लेकिन यह आने वाले समय में कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता थी।” इटली में तीन दिवसीय G7 शिखर सम्मेलन के अंतिम दिन एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने यह बात कही।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर दोनों नेताओं की हाथ मिलाते हुए एक तस्वीर पोस्ट की, जिसके कैप्शन लिखा था, “जी 7 शिखर सम्मेलन में कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की।” दक्षिणी इटली के अपुलीया में आयोजित बैठक में खालिस्तानी समर्थक उग्रवाद पर राजनयिक तनाव बढ़ने के बाद नेताओं के बीच पहली मुलाकात हुई। उनकी आखिरी मुलाकात सितंबर में भारत में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर हुई थी।
मोदी को पीएम बनने पर दी बधाई
शुक्रवार शाम की बैठक के बाद, कनाडाई प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि नेताओं ने “द्विपक्षीय संबंधों पर संक्षिप्त चर्चा” की, जिसके दौरान ट्रूडो ने पीएम मोदी को उनके दोबारा चुने जाने पर बधाई दी। एक प्रवक्ता ने कहा, “बेशक, इस समय हमारे दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। आप इस बात की सराहना कर सकते हैं कि हम इस समय कोई और बयान नहीं देंगे।”
भारत ने ट्रूडो के आरोपों को बताया बेतुका
ट्रूडो द्वारा जून 2023 में कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को भारत से जोड़ने के बाद सितंबर में नई दिल्ली और ओटावा के बीच राजनयिक संबंध एक नए निचले स्तर पर पहुंच गए। निज्जर को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर दो नकाबपोश लोगों ने गोली मार दी थी। भारत ने ट्रूडो के आरोपों को ‘बेतुका’ और राजनीति से प्रेरित बताते हुए किसी भी संलिप्तता से सख्ती से इनकार किया।
अधिकारियों को निष्कासित करना पड़ा
आरोपों के कारण दोनों देशों को खुफिया अधिकारियों को निष्कासित करना पड़ा। राजनयिक कर्मचारियों को कम करना पड़ा और व्यापार वार्ता रोकनी पड़ी। निज्जर की हत्या की जांच रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) द्वारा की जा रही है, जिसने मामले के सिलसिले में चार भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया है।