नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और पूर्व पंजाब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 2016 और 2019 की सर्जिकल स्ट्राइक की सत्यता पर सवाल उठाकर विवाद खड़ा कर दिया। नई दिल्ली में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चन्नी ने कहा, “वे कहते हैं कि हमने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की थी, लेकिन कुछ हुआ नहीं, कहीं सर्जिकल स्ट्राइक दिखी नहीं, किसी को पता नहीं चला।”
उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। चन्नी ने कहा कि सरकार ने 10 दिन बाद भी कोई कदम नहीं उठाया और 56 इंच के सीने से कार्रवाई की उम्मीद है।
चन्नी के बयान पर बीजेपी ने उठाए सवाल
चन्नी के बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। दिल्ली के मंत्री और बीजेपी नेता मंजिंदर सिंह सिरसा ने इसे गांधी परिवार की गंदी मानसिकता करार देते हुए कहा, “पाकिस्तान ने खुद माना कि भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक से नुकसान पहुंचाया। फिर भी कांग्रेस सेना और वायुसेना पर सवाल उठा रही है।”
सिरसा ने तंज कसते हुए कहा कि चन्नी और राहुल गांधी पाकिस्तान जाकर सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत देख लें। बीजेपी प्रवक्ता सीआर केसवन ने चन्नी पर सेना का अपमान करने का आरोप लगाया और 2024 में पूंछ हमले में शहीद कॉर्पोरल विक्की पहाड़े की शहादत को “स्टंटबाजी” कहने की उनकी टिप्पणी का हवाला दिया।
बाद में चन्नी ने अपने बयान पर सफाई दी
विवाद बढ़ने पर चन्नी ने सफाई दी कि उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत नहीं मांगा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस इस दुख की घड़ी में सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़ी है। अगर सरकार पाकिस्तान की पानी या हवाई आपूर्ति रोकती है, तो हम साथ हैं।” चन्नी ने जोर दिया कि उनका ध्यान पहलगाम हमले के पीड़ितों के लिए न्याय पर है।
यह विवाद ऐसे समय में हुआ, जब भारत-पाकिस्तान संबंध पहलगाम हमले के बाद तनावपूर्ण हैं। कांग्रेस ने सीडब्ल्यूसी में प्रस्ताव पारित कर पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। बीजेपी ने कांग्रेस पर सेना का मनोबल तोड़ने और पाकिस्तान समर्थक बयानबाजी का आरोप लगाया।