नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा के दौरान विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस हुई। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने सवाल उठाया कि आतंकी 400 किलोमीटर तक भारतीय सीमा में घुसकर पहलगाम हमला कैसे कर पाए। उन्होंने सरकार से सुरक्षा चूक पर जवाब मांगा।
वहीं, कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने तंज कसते हुए कहा, “एक चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो नरेंद्र भाई।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा कि वह आठ देशों के दौरे पर गए, लेकिन पहलगाम हमले के पीड़ितों से मिलने का समय नहीं निकाला।
जेपी नड्डा ने सरकार की नीतियों की जमकर तारीफ की
दूसरी ओर, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मोदी सरकार की आतंकवाद विरोधी नीतियों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि 2014 से 2025 तक, जम्मू-कश्मीर को छोड़कर देश में आतंकी हमले रुक गए। नड्डा ने यूपीए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके शासन में 2005 के दिल्ली ब्लास्ट, 2006 के वाराणसी और मुंबई ट्रेन हमलों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने दावा किया कि यूपीए में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी थी, जबकि उसी सेना और पुलिस ने मोदी सरकार के नेतृत्व में आतंकवाद पर कड़ा प्रहार किया। नड्डा ने 2016 के उरी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि तीन दिन के भीतर सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया।
जम्मू-कश्मीर में पथराव की घटनाएं शून्य हो गईं: जेपी नड्डा
नड्डा ने यह भी बताया कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में पथराव की घटनाएं शून्य हो गईं, जो 2010-14 में 2000 से अधिक थीं। उन्होंने कहा कि स्थानीय आतंकवाद खत्म हो चुका है और अब केवल विदेशी आतंकी बचे हैं, जिनकी औसत आयु सात दिन है।
नड्डा ने यूपीए के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और विदेश सचिव के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि वे पाकिस्तान पर हमला नहीं करना चाहते थे। विपक्ष के हंगामे के बीच नड्डा ने जोर देकर कहा कि मोदी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति ने भारत को बदल दिया है।