नई दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कोच संजय बांगर की बेटी अनाया बांगर ने क्रिकेट जगत में यौन उत्पीड़न और ट्रांसफोबिया के गंभीर आरोप लगाए हैं। एक चैनल को दिए साक्षात्कार में अनाया ने अपनी जेंडर ट्रांजिशन यात्रा और क्रिकेटरों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार का खुलासा किया। अनाया ने 2023 में हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एचआरटी) और जेंडर-पुष्टि सर्जरी कराई, जिसके बाद वह ट्रांसजेंडर महिला के रूप में अपनी पहचान बना रही हैं। अनाया पहले आर्यन के नाम से जानी जाती थीं।
अनाया ने बताया कि कुछ प्रसिद्ध क्रिकेटरों ने उनकी ट्रांस पहचान जानने के बाद उन्हें नग्न तस्वीरें भेजीं। एक मामले में एक सीनियर क्रिकेटर ने उनसे यौन संबंध बनाने की मांग की, जबकि एक अन्य खिलाड़ी ने सार्वजनिक रूप से गालियां दीं और बाद में निजी तौर पर उनकी तस्वीरें मांगी। अनाया ने कहा, “मैं सिर्फ सुरक्षित रहना चाहती थी, लेकिन कुछ लोग मेरी पहचान का गलत फायदा उठाने की कोशिश करते हैं।” उन्होंने क्रिकेट में व्याप्त विषाक्त मर्दानगी पर भी सवाल उठाए।
क्रिकेट में समावेशी नीतियों की कमी पर निराशा जताई
अनाया ने ट्रांस महिलाओं के लिए क्रिकेट में समावेशी नीतियों की कमी पर निराशा जताई। अनाया इस्लाम जिमखाना और यूके के हिन्कले क्रिकेट क्लब के लिए खेल चुकी हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने नवंबर 2023 में ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों को महिला क्रिकेट में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया, जिसे अनाया ने अन्यायपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि एचआरटी के कारण उनकी शारीरिक क्षमता कम हुई है, फिर भी उन्हें खेलने का मौका नहीं मिलता।
अनाया के पिता संजय बांगर करते हैं बेटी का समर्थन
अनाया के पिता संजय बांगर ने उनकी जर्नी का समर्थन किया है। अनाया ने अपने बचपन के अनुभव साझा करते हुए बताया कि आठ-नौ साल की उम्र में वह अपनी मां के कपड़े पहनकर खुद को लड़की के रूप में देखती थीं। सोशल मीडिया पर सक्रिय अनाया ने क्रिकेट में ट्रांसजेंडर अधिकारों के लिए नीतिगत बदलाव की मांग की है, ताकि उन्हें अपनी पहचान और जुनून के बीच चयन न करना पड़े।