नई दिल्ली। चुनाव आयोग (ईसीआई) के विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा के तुरंत बाद दिल्ली में राजनीतिक तनाव बढ़ गया। मुख्यमंत्री आतिशी ने 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित आधिकारिक आवास से उन्हें हटाने के लिए प्रतिशोध की साजिश रचने के लिए भाजपा पर तीखा हमला बोला। भ्रष्टाचार को लेकर दिल्ली सरकार को घेरने वाली भाजपा ने आप के आरोपों का जोरदार खंडन किया और आतिशी पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।
समर्थकों से बात करते हुए आतिशी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग द्वारा मतदान कार्यक्रम की घोषणा से ठीक एक दिन पहले लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने उन्हें बेदखली का नोटिस दिया था। उन्होंने घोषणा की, “जब मैं मुख्यमंत्री बना, तो भाजपा ने मेरा सामान सड़क पर फेंक दिया। वे हमारे घर छीन सकते हैं, हमारा काम रोक सकते हैं, लेकिन वे दिल्ली के लोगों के लिए काम करने के हमारे जुनून को नहीं रोक सकते। अगर जरूरत पड़ी तो मैं उनके घरों में रहूंगा। दिल्ली के लोगों के लिए और उनके लिए काम करना जारी रखें।”
सीएम आवास के लेकर विवाद 2024 से
आतिशी के आधिकारिक आवास को लेकर विवाद अक्टूबर 2024 से है, जब AAP ने आरोप लगाया था कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश पर बंगले से उनका सामान जबरन हटा दिया गया था। सामान को संपत्ति से बाहर ले जाने और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों द्वारा परिसर का निरीक्षण करने के दृश्यों ने पार्टी के दावों को हवा दी कि भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेताओं में से एक को घर आवंटित करने की योजना बनाई थी। पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी भाजपा पर अपनी कमजोर चुनावी संभावनाओं की भरपाई के लिए गंदी राजनीति का सहारा लेने का आरोप लगाया।