पवन चोपड़ा, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 के लिए मतदान कार्यान्वयन योजना पर समीक्षा बैठक के लिए आज यहां भारत निर्वाचन आयोग की तीन सदस्यीय समिति ने हरियाणा का दौरा किया। समिति के सदस्यों में भारत निर्वाचन आयोग के सचिव संतोष कुमार के साथ अवर सचिव लवकुश यादव व वरिष्ठ सलाहकार आराधना शर्मा शामिल थी। बैठक में राज्य भर से जिला स्वीप नोडल अधिकारियों ने भी भाग लिया।
भारत निर्वाचन आयोग के सचिव संतोष कुमार ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदान सुनिश्चित करने पर बल दिया। इसके लिए उन्होंने सभी स्वीप नोडल अधिकारयों का उनके जिले के सार्वजनिक स्थानों और स्कूलों में स्वीप गतिविधियों को बढ़ाने का आह्वान भी किया ताकि लोगों को अपने मताधिकार का उपयोग करने के महत्व के बारे में शिक्षित किया जा सके।
सुनिश्चित हो सके कि कोई भी मतदाता पीछे न छूटे: चुनाव आयोग
उन्होंने अधिकारियों से बहुआयामी रणनीति अपनाने और लक्षित दर्शकों को प्रभावी ढंग से जोड़ने के लिए विभिन्न मोबिलाइजेशन कार्यक्रम आयोजित करने का भी आह्वान किया। उन्होंने प्रिंट, डिजिटल, इलेक्ट्रॉनिक, लोक और इंटर-पर्सनल प्लेटफॉर्म जैसी प्रौद्योगिकी और मीडिया का लाभ उठाने के महत्व पर भी बल दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी मतदाता पीछे न छूटे।
उन्होंने विशेष मतदान केंद्रों जैसे पिंक, दिव्यांग, ग्रीन के संबंध में लोगों में जागरूकता बढ़ाने पर बल दिया और इस संबंध में इन मतदान केंद्रों पर उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के बारे में व्यापक प्रचार करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने 85 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं (दिव्यांग) के लिए भारत निर्वाचन आयोग की घर पर मतदान सुविधा के संचालन पर भी बल दिया, ताकि नागरिकों को अधिक न्यायसंगत और प्रतिनिधि लोकतंत्र की सुविधा के लिए निर्णायक कदम के बारे में स्पष्ट संदेश दिया जा सके।
कम मतदान के संभावित कारणों की जिलेवार विस्तृत समीक्षा
बैठक के दौरान, ईसीआई टीम ने हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों के दौरान कम मतदान के संभावित कारणों की जिलेवार विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने इसमें सुधार करने के लिए नोडल अधिकारियों द्वारा अपनाई गई रणनीतियों के बारे में भी बात की। स्वीप गतिविधियों के नोडल अधिकारियों ने मतदान बढ़ाने के लिए किए गए विभिन्न प्रयासों को रेखांकित किया, जिसमें नुक्कड़ नाटक, आईईसी गतिविधियां, ग्राम सचिवालयों और चौपालों में बैठकें, अस्पतालों में स्वीप बैनर प्रदर्शित करना, रिक्शा और टैक्सियों के माध्यम से जागरूकता रैलियां, पहली बार मतदाताओं के लिए जागरूकता रैलियां, खेल आइकन की भागीदारी, रेडियो संदेश, व्यापक मतदाता आउटरीच के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का लाभ उठाना और कम मतदान वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के साथ जिलेवार स्वीप योजनाएं शामिल हैं। मतदाता भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रतियोगिताओं और स्वयं सहायता समूहों की भागीदारी जैसी अतिरिक्त गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला गया।
बैठने की जगह, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था
टीम ने नोडल अधिकारियों से मतदान केंद्रों पर उपलब्ध सुविधाओं जैसे कि बैठने की जगह, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं का जनता तक प्रचार करने का आग्रह किया। उन्होंने मतदान की सूचना के प्रसार को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सभी स्वीप बैनर, पोस्टर और प्रचार सामग्री पर क्यूआर कोड शामिल करने के निर्देश दिए है। टीम ने फतेहाबाद जिले द्वारा थीम आधारित मतदान केंद्र बनाने के विचार की सराहना की और अन्य जिलों से भी इसी पैटर्न का पालन करने का आह्वान किया। भारत निर्वाचन आयोग नागरिकों को सक्रिय रूप से शामिल करके और मतदाता भागीदारी में बाधाओं को दूर करके लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रशांत पंवार ने भी भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने राज्य के जिलों में स्वीप टीमों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव करीब पहुंचने के साथ ही, विशेष रूप से स्वीप गतिविधियों के संबंध में, जिला अधिकारियों को अपने क्षेत्राधिकार में प्रत्येक मतदाता से जुड़ने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि मतदान प्रतिशत को अधिकतम किया जा सके।