नई दिल्ली। लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने भारत को 5 विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। भारत ने इस मैच में पांच शतक (यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, केएल राहुल, और ऋषभ पंत के दो) लगाए, फिर भी 148 साल के टेस्ट इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि किसी टीम ने पांच शतक बनाने के बावजूद मैच गंवाया। भारत की हार के पीछे कई कारण रहे।
1. खराब फील्डिंग: भारत ने पूरे मैच में 8-9 कैच छोड़े, जिनमें यशस्वी जायसवाल के चार और अन्य खिलाड़ियों के कैच शामिल थे। बेन डकेट (149), ओली पोप (106), और हैरी ब्रूक (99) को कई मौके मिले, जिससे इंग्लैंड ने पहली पारी में 465 रन बनाए।
2. निचले क्रम का ढहना: भारत की दोनों पारियों में निचला क्रम पूरी तरह नाकाम रहा। पहली पारी में 430/3 से 471 पर सिमट गए (7 विकेट 41 रन पर), और दूसरी पारी में 333/4 से 364 पर आउट हुए (6 विकेट 31 रन पर)। यह कमजोरी निर्णायक साबित हुई।
3. कप्तानी में चूक: शुभमन गिल की कप्तानी में अनुभव की कमी दिखी। उन्होंने गलत समय पर रिव्यू लिए और आखिरी रिव्यू जो रूट के खिलाफ गंवाया, जो महंगा पड़ा। गेंदबाजी में बदलाव भी प्रभावी नहीं रहे।
4. गेंदबाजी में कमजोरी: जसप्रीत बुमराह को छोड़कर भारत की गेंदबाजी प्रभावहीन रही। प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज ने कई नो-बॉल फेंके और रविचंद्रन अश्विन की जगह शामिल शार्दुल ठाकुर भी असरदार नहीं रहे।
5. इंग्लैंड की आक्रामक रणनीति: बेन डकेट की 149 रनों की पारी और इंग्लैंड की ‘बैजबॉल’ रणनीति ने भारत को दबाव में रखा। इंग्लैंड ने 371 रनों का लक्ष्य 82 ओवर में हासिल कर लिया, जो उनकी दूसरी सबसे बड़ी रन-चेज थी।
भारत के लिए यह हार सबक है, खासकर अगले टेस्ट से पहले, जो 2 जुलाई से एजबेस्टन में शुरू होगा।