नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए समोसा पार्टी की मेजबानी की। इस घटनाक्रम को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का मजाक उड़ाने के रूप में देखा गया। दरअसल, उनके सुरक्षा कर्मचारियों को दिए गए ‘समोसे’ की कथित सीआईडी जांच पर विवाद के बीच आया यह घटनाक्रम हुआ।
एक वीडियो में ठाकुर को लोकप्रिय डीप-फ्राइड स्नैक का आनंद लेते और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करते हुए दिखाया गया है। जयराम ठाकुर हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। दरअसल, यह विवाद तब शुरू हुआ, जब सुक्खू द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में समोसे उनको परोसे जाने की जगह सुरक्षकर्मियों को परोस दिया गया था। यह विवाद तब और बढ़ गया जब सीआईडी ने लापता समोसे के मामले की जांच शुरू की थी।
अधिकारियों ने किसी जांच से किया इनकार
हालांकि, अधिकारियों ने आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि कोई आधिकारिक जांच शुरू नहीं की गई है और यह एक आंतरिक मामला है जिसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश सीआईडी के महानिदेशक संजीव रंजन ओझा ने कहा कि यह एक साधारण मामला था कि अधिकारियों का एक समूह चाय के लिए इकट्ठा हो रहा था और सोच रहा था कि कार्यक्रम के लिए ऑर्डर किए गए स्नैक्स के डिब्बे कहां थे।
जांच समोसे की नहीं, बल्कि दुर्व्यवहार की हो रही: सुक्खू
ओझा ने कहा कि कोई जांच शुरू नहीं की गई थी और जो कुछ हुआ वह यह पता लगाने के लिए की जा रही थी कि बक्सों के साथ क्या हुआ था? सुक्खू ने स्पष्ट किया कि जांच समोसे की नहीं, बल्कि अधिकारियों के दुर्व्यवहार का पता लगाने के लिए है। उन्होंने इस मुद्दे पर उन पर भाजपा के हमले को बचकाना करार दिया। उन्होंने भगवा पार्टी पर पिछले विधानसभा चुनाव में 40 सीटें जीतने के बाद से राज्य में कांग्रेस सरकार के खिलाफ बदनामी अभियान चलाने का आरोप लगाया।
मीडिया ने सीआईडी जांच को समोसे में बदल दिया: सुक्खू
सुक्खू ने शिमला में संवाददाताओं से कहा, “जांच अधिकारियों के दुर्व्यवहार के बारे में थी लेकिन मीडिया ने सीआईडी जांच को समोसे में बदल दिया है। इस संबंध में डीजीपी पहले ही स्पष्टीकरण दे चुके हैं।” राज्य की सुक्खू सरकार पर निशाना साधते हुए बीजेपी ने कहा कि सीआईडी जांच का आदेश देना दर्शाता है कि कांग्रेस को केवल ‘मुख्यमंत्री’ के समोसे की चिंता है, राज्य के विकास की नहीं। भाजपा प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने एक बयान में कहा, “सरकार को राज्य के विकास की कोई चिंता नहीं है और उसकी एकमात्र चिंता मुख्यमंत्री का समोसा है।”