नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में तेज धूल भरी आंधी और बारिश ने जमकर कहर बरपाया। शुक्रवार शाम को मौसम ने अचानक करवट ली, जब तेज हवाओं के साथ धूल का गुबार और फिर बारिश ने क्षेत्र को प्रभावित किया। इस प्राकृतिक घटना के चलते कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए, बिजली के खंभे गिर गए और उड़ानों पर भी असर पड़ा। दिल्ली पुलिस के अनुसार, इस तूफान में दो लोगों की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए। धूल भरी आंधी और तूफान ने इमारतों को भी नुकसान पहुंचाया, जिससे क्षेत्र में जनजीवन ठप हो गया।
शाम करीब 6 बजे शुरू हुई इस आंधी में हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई। दिल्ली में मंडी हाउस और दिल्ली गेट जैसे प्रमुख स्थानों पर पेड़ों की शाखाएं टूटकर सड़कों पर गिर गईं, जिससे यातायात बाधित हुआ। एक मोटरसाइकिल पेड़ के तने के नीचे दब गई, वहीं धूल और मलबे ने सड़कों और इमारतों को ढक दिया। दिल्ली पुलिस को पेड़ गिरने की 152, इमारतों को नुकसान की 55 और बिजली आपूर्ति में व्यवधान की 202 शिकायतें मिलीं। इस बीच, दिल्ली हवाई अड्डे पर नौ उड़ानों को जयपुर डायवर्ट करना पड़ा, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई।
धूल भरी आंधी और गरज के साथ बारिश
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पहले ही चेतावनी दी थी कि शुक्रवार को धूल भरी आंधी और गरज के साथ बारिश हो सकती है। विभाग ने शनिवार के लिए भी मध्यम से भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ तूफान की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है, जिसमें खुले में न रहना, बिजली के उपकरणों से दूर रहना और पेड़ों के नीचे शरण न लेना शामिल है। संभावित ओलावृष्टि से लोगों और पशुओं को चोट लगने का खतरा भी जताया गया है।
अगले कुछ दिनों में फिर से गर्मी बढ़ने की संभावना
इस तूफान ने दिल्ली-एनसीआर में तापमान को कुछ राहत दी। जहां दिन में गर्मी का प्रकोप था, वहीं आंधी और बारिश के बाद पारा नीचे आया। हालांकि, मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में फिर से गर्मी बढ़ने की संभावना जताई है। इस घटना ने एक बार फिर जलवायु परिवर्तन और मौसमी अनियमितताओं पर चर्चा को तेज कर दिया है। स्थानीय प्रशासन ने सड़कों को साफ करने और बिजली बहाल करने के लिए टीमें तैनात की हैं, लेकिन प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति सामान्य होने में अभी समय लग सकता है।