प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जयपुर में तीन दिवसीय डीजीपी-आईजीपी राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए तैयार हैं। चर्चाएँ साइबर सुरक्षा, एआई चुनौतियों और पुलिसिंग मुद्दों के इर्द-गिर्द घूमेंगी। राजनीति और सुरक्षा के इस समामेलन का उद्देश्य शासन के विभिन्न स्तरों के नेताओं को एकजुट करते हुए वर्तमान आपराधिक कानूनों और भविष्य की पुलिसिंग रणनीतियों को संबोधित करना है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 से 7 जनवरी तक जयपुर में डीजीपी-आईजीपी राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने की योजना बनाई है। राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित यह कार्यक्रम एआई, साइबर खतरों, आतंकवाद विरोधी और नशीले पदार्थों की तस्करी जैसी विविध चुनौतियों पर केंद्रित होगा। मोदी की उपस्थिति राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों में उनकी सक्रिय भागीदारी को उजागर करती है।
भारतीय जनता पार्टी के जयपुर कार्यालय में पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आसन्न दौरे से पहले व्यापक तैयारियां की गईं। यह 58वें डीजीपी-आईजीपी राष्ट्रीय सम्मेलन में उनकी भागीदारी की प्रत्याशा में था। सम्मेलन का उद्देश्य साइबर अपराध, आतंकवाद-निरोध और जेल सुधार सहित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटना है।
सम्मेलन के प्राथमिक एजेंडे में से एक में हाल ही में संसद द्वारा स्वीकृत नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन की रणनीति बनाना शामिल है। इसके अतिरिक्त, चर्चा में भविष्य के पुलिसिंग विषय, एआई और डीप फेक जैसी प्रौद्योगिकियों से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान भी शामिल होगा। यह सम्मेलन बेहतर शिक्षा के लिए राज्यों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है।
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