हरियाणा में आज बीजेपी और कांग्रेस की अग्निपरीक्षा, 1031 उम्मीदवारों का भाग्य EVM में होगा कैद; वोटिंग जारी

चौथे चरण में 96 लोकसभा सीटों पर वोटिंग जारी

चंडीगढ़। हरियाणा में बहुकोणीय चुनावी मुकाबला देखा जा रहा है। दरअसल, आज एक ही चरण के विधानसभा चुनाव में 2 करोड़ से अधिक मतदाता 90 विधायकों को चुनने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। इसमें सत्तारूढ़ भाजपा की नजर विधानसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक पर है, जबकि कांग्रेस 10 साल बाद सत्ता में लौटने की उम्मीद कर रही है।

आज के चुनाव में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, भूपिंदर सिंह हुडा, कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट, जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला और 1,027 अन्य उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला होगा।

बीजेपी को कांग्रेस से मिल रही टक्कर

लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करने की उम्मीद कर रही भाजपा को कांग्रेस से बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जो एक दशक के बाद फिर से सत्ता हासिल करने की उम्मीद कर रही है। यहां तक ​​​​कि क्षेत्रीय दलों जैसे कि दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी), जिसका 2019 से 2024 की शुरुआत तक भाजपा के साथ गठबंधन था और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने खुद को संभावित रूप से किंगमेकर की भूमिका निभाने के लिए तैयार कर लिया है।

मैदान में 101 महिलाएं और 464 निर्दलीय

इस चुनाव में कुल 1,031 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें 101 महिलाएं और 464 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं। उल्लेखनीय हस्तियों में मुख्यमंत्री सैनी (लाडवा), विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा (गढ़ी सांपला-किलोई), इंडियन नेशनल लोकदल के अभय सिंह चौटाला (ऐलनाबाद), जेजेपी के दुष्यंत चौटाला (उचाना कलां) और कांग्रेस के विनेश फोगाट (जुलाना) शामिल हैं।

पूर्व भाजपा सांसद श्रुति चौधरी और उनके चचेरे भाई अनिरुद्ध चौधरी तोशाम से चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अतिरिक्त, पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पोते भव्य बिश्नोई आदमपुर सीट से भाजपा का प्रतिनिधित्व करेंगे। निर्दलीय उम्मीदवारों में सावित्री जिंदल (हिसार), रणजीत चौटाला (रानिया) और चित्रा सरवारा (अंबाला कैंट) शामिल हैं।

बीजेपी के साथ एंटी इन कम्बैंसी फैक्टर

पिछले एक दशक से राज्य में शासन कर रही भाजपा लगातार तीसरी बार जीत का लक्ष्य लेकर चल रही है। हालांकि, भगवा पार्टी के सामने 10 साल की सत्ता विरोधी लहर से पार पाने की चुनौती है। 2014 में, मोदी लहर से उत्साहित भाजपा ने 47 सीटें हासिल कीं और मनोहर लाल खट्टर के मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा में अपनी पहली सरकार बनाई। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आशावादी बने हुए हैं। उन्होंने पिछले एक दशक में अपनी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों पर प्रकाश डाला और कहा कि भाजपा के नेतृत्व में हरियाणा एक ‘विकसित राज्य’ बन गया है।

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