नई दिल्ली। नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने घोषणा की कि भारत ने जापान को पछाड़कर विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का स्थान हासिल कर लिया है। भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जिसके बाद केवल संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और जर्मनी ही भारत से आगे हैं। नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुब्रह्मण्यम ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के डेटा का हवाला देते हुए कहा, “हम अब 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हैं। भारत अब जापान से बड़ी अर्थव्यवस्था है।”
सुब्रह्मण्यम ने इस उपलब्धि का श्रेय घरेलू सुधारों और वैश्विक आर्थिक माहौल को दिया, जो भारत के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि यदि भारत अपनी योजनाओं और नीतियों पर कायम रहा, तो अगले ढाई से तीन साल में यह जर्मनी को पीछे छोड़कर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। आईएमएफ के अनुमानों के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था 2025 में 6.2% और 2026 में 6.3% की दर से बढ़ेगी, जो वैश्विक औसत (2.8% और 3.0%) से कहीं अधिक है।
भारत ने गरीबी को भी 5% से कम कर दिया
इस उपलब्धि में मेक इन इंडिया, जीएसटी लागू करना, बुनियादी ढांचे का विकास और कोविड-19 महामारी के दौरान वित्तीय अनुशासन जैसे कारकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत ने गरीबी को भी 5% से कम कर दिया है। सुब्रह्मण्यम ने कहा कि भारत वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर रहा है। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हालिया बयान, जिसमें उन्होंने कहा कि अमेरिका में बिकने वाले एप्पल आईफोन भारत के बजाय अमेरिका में निर्मित होने चाहिए, पर सुब्रह्मण्यम ने टिप्पणी की कि टैरिफ का प्रभाव अनिश्चित है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली बैठक में 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने भाग लिया। मोदी ने राज्यों से भारत के हालिया व्यापार समझौतों का लाभ उठाने का आह्वान किया। यह उपलब्धि भारत के आर्थिक विकास और वैश्विक मंच पर बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है।