नई दिल्ली। भारतीय शेयर सूचकांकों ने मंगलवार को कारोबार की शुरुआत बढ़त के साथ की और अपनी नए उच्चतम स्तर तक पहुंच गई। इसमें पिछले सत्र और 1 अप्रैल से शुरू हुए नए वित्तीय वर्ष के पहले हफ्ते की बढ़त को सकारात्मक गति मिली है। मंगलवार सुबह 9.27 बजे सेंसेक्स 112.62 अंक या 0.15 प्रतिशत ऊपर 74,855.12 पर था। जबकि निफ्टी 29.50 अंक या 0.13 प्रतिशत ऊपर 22,695.80 अंक पर था। हालांकि सेंसेक्स 75,124.28 के लेवल पर खुला था, जबकि निफ्टी 22,765.10 के लेवल पर खुला था।
एनएसई डेटा से पता चलता है कि ट्रैक किए गए निफ्टी 50 शेयरों में से 27 एडवांस्ड और बाकी 23 कंपनियों के शेयर फिसल गए। इसके अलावा, बढ़ती जॉब की संभावनाओं की रिपोर्ट आने के बाद सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार अपेक्षाकृत ऊंचे स्तर पर पहुंच गए। इससे भारत में घरेलू शेयरों में तेजी देखी गई।
खुदरा महंगाई का डाटा शुक्रवार को होगा जारी
वहीं मार्च के लिए भारत का खुदरा मुद्रास्फीति डेटा शुक्रवार को जारी किया जाएगा। इस पर निवेशकों की उत्सुकता से नजर रहेगी। भारत में खुदरा मुद्रास्फीति आरबीआई के दो-छह प्रतिशत के बीच के आरामदायक स्तर पर है, लेकिन यह आदर्श 4 प्रतिशत परिदृश्य से ऊपर है। फरवरी में यह 5.09 फीसदी थी।
उन्नत अर्थव्यवस्थाओं सहित कई देशों के लिए मुद्रास्फीति एक चिंता का विषय रही है, लेकिन भारत काफी हद तक अपनी मुद्रास्फीति को अच्छी तरह से नियंत्रित करने में कामयाब रहा है। इसके अलावा, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा निरंतर धन प्रवाह से भी भारतीय शेयर बाजारों को समर्थन मिला है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) मार्च में लगातार दूसरे महीने भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध खरीदार बने हुए हैं।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक शुद्ध खरीदार
उन्होंने जनवरी 2024 में तेजी से भारतीय स्टॉक बेचे और भारतीय इक्विटी बाजार में शुद्ध विक्रेता बन गए। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के नवीनतम आंकड़ों से पता चला है कि एफपीआई ने मार्च में 35,098 करोड़ रुपये के स्टॉक खरीदे। फरवरी में उन्होंने 1,539 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
एनएसडीएल के आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल में अब तक उन्होंने 1,590 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। यह प्रवृत्ति जारी रहने की संभावना है। लार्जकैप बैंकिंग शेयरों में बढ़त होने की संभावना है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि बैंकिंग प्रमुखों के तिमाही चार के परिणाम बहुत अच्छे होने की संभावना है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, पूंजीगत सामान, ऑटो, सीमेंट और आतिथ्य जैसे क्षेत्र लचीले बने रहने की संभावना है।