भारत में फूटा कोरोना बम, केरल में कोविड-19 के 182 नए मामले सामने आए; मंत्री ने किया आगाह

नई दिल्ली। केरल में मई 2025 में कोविड-19 के 182 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद राज्य सरकार ने सतर्कता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने 21 मई को तिरुवनंतपुरम में राज्य स्तरीय रैपिड रिस्पॉन्स टीम (आरआरटी) की बैठक के बाद यह जानकारी दी। कोट्टायम जिले में सबसे अधिक 57 मामले दर्ज किए गए, इसके बाद एर्नाकुलम में 34 और तिरुवनंतपुरम में 30 मामले सामने आए।

वीणा जॉर्ज ने दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों, जैसे हांगकांग, सिंगापुर और थाईलैंड में बढ़ते मामलों का हवाला देते हुए केरल में भी कोविड मामलों में वृद्धि की आशंका जताई। उन्होंने बताया कि ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट्स जेएन.1, एलएफ.7 और एनबी.1.8, जो इन देशों में तेजी से फैल रहे हैं, अधिक संक्रामक हैं, हालांकि उनकी गंभीरता कम है।

मंत्री ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की

मंत्री ने जनता से सतर्क रहने की अपील की और सर्दी, गले में खराश, खांसी या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों वाले लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी। बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर मास्क अनिवार्य किया गया है। अस्पतालों में मरीजों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए मास्क पहनना पहले से ही अनिवार्य है। वीणा जॉर्ज ने अस्पतालों को लक्षण वाले मरीजों का कोविड टेस्ट करने और आरटी-पीसीआर किट्स व अन्य सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

कंटेनमेंट जोन हटाने का निर्णय लिया गया

केरल सरकार ने निगरानी बढ़ा दी है और अस्पतालों में भर्ती दरों पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही, मानसून के मौसम को देखते हुए डेंगू, लेप्टोस्पायरोसिस, हैजा और हेपेटाइटिस-ए जैसे वेक्टर और जलजनित रोगों की रोकथाम के लिए भी उपाय किए जा रहे हैं। निपाह वायरस के प्रसार पर नियंत्रण की पुष्टि करते हुए कंटेनमेंट जोन हटाने का निर्णय लिया गया है, लेकिन नियंत्रण कक्ष का संचालन जारी रहेगा। स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय निकायों को मच्छर नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

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