नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना की। दरअसल, राहुल ने कहा कि दलित, आदिवासी या ओबीसी समुदाय से कोई महिला नहीं है, जिसने मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता के लिए जगह बनाई हो। उन्होंने राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना कराने की मांग भी की।
केंद्रीय मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “अब, वह मिस इंडिया प्रतियोगिताओं, फिल्मों, खेलों में आरक्षण चाहते हैं! यह न केवल ‘बाल बुद्धि’ (बचकानी मानसिकता) का मुद्दा है, बल्कि जो लोग उन्हें प्रोत्साहित करते हैं वे भी उतना ही जिम्मेदार हैं!” उन्होंने आगे कहा, “हालांकि बचकाना व्यवहार मनोरंजक हो सकता है, लेकिन इसे विभाजनकारी रणनीति के माध्यम से पिछड़े समुदायों का उपहास करने या उन्हें कमजोर करने की कीमत पर नहीं आना चाहिए”।
मिस इंडिया में एससी/एसटी की महिला नहीं: राहुल
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि दलित, आदिवासी या ओबीसी समुदाय से संबंधित कोई भी महिला नहीं थी, जिसने मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता के लिए जगह बनाई हो।
राहुल गांधी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक संविधान सम्मान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “मैंने मिस इंडिया की लिस्ट चेक की कि उसमें कोई दलित या आदिवासी महिला होगी या नहीं, लेकिन उसमें कोई दलित, आदिवासी या ओबीसी महिला नहीं थी। फिर भी मीडिया डांस, म्यूजिक, क्रिकेट, बॉलीवुड की बात तो करता है लेकिन किसानों और मजदूरों के बारे में बात कोई नहीं करता।”
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने की थी जातिगत जनगणना की मांग
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने शनिवार को कहा कि जाति जनगणना सिर्फ एक जनगणना नहीं थी बल्कि प्रभावी नीति निर्धारण के लिए एक आधार के रूप में कार्य करती थी। लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान, कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में, पार्टी के सत्ता में आने पर जातियों, उप-जातियों और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थितियों की गणना के लिए देशव्यापी सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना कराने का वादा किया था।