बेंगलुरु। बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की IPL 2025 जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत और 33 के घायल होने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस त्रासदी को अप्रत्याशित बताया। 4 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि स्टेडियम की क्षमता 35,000 है, लेकिन 2-3 लाख लोग जमा हो गए, जिसे न तो सरकार और न ही कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) ने अनुमानित किया था। उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे और घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की।
सिद्धारमैया ने कुंभ मेले में जनवरी 2025 में हुई भगदड़ का जिक्र किया, जहां 30 लोग मारे गए थे, और कहा, “कई जगह ऐसी घटनाएं हुईं। कुंभ मेले में 50-60 लोग मारे गए, मैंने आलोचना नहीं की।” उन्होंने स्पष्ट किया कि वह इस त्रासदी का बचाव नहीं कर रहे, लेकिन भीड़ प्रबंधन की चुनौतियों को रेखांकित किया।
स्लैब ढहने से हुआ हादसा
प्रारंभिक जांच के अनुसार, स्टेडियम के पास एक नाले पर रखा अस्थायी स्लैब भीड़ के दबाव में ढह गया, जिससे घबराहट और भगदड़ मची। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया, लेकिन स्थिति बेकाबू हो गई। सिद्धारमैया ने कहा कि सरकार ने 5,000 पुलिसकर्मी तैनात किए थे, लेकिन अप्रत्याशित भीड़ ने व्यवस्था को चरमरा दिया।
बीजेपी ने कुप्रबंधन का लगाया आरोप
बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर “लापरवाही” और “कुप्रबंधन” का आरोप लगाया। कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा कि सरकार को ऐसी भीड़ की उम्मीद करनी चाहिए थी। सिद्धारमैया ने जवाब दिया कि वह इस घटना पर राजनीति नहीं करेंगे और 15 दिनों में डिप्टी कमिश्नर स्तर की जांच पूरी होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी और अन्य नेताओं ने शोक जताया। यह घटना बड़े आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा की जरूरत को दर्शाती है।