नई दिल्ली। लंदन में 9 जून को आयोजित एक भव्य समारोह में भारत के दिग्गज क्रिकेटर और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। धोनी 11वें भारतीय क्रिकेटर बने, जिन्हें इस प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया।
उनके साथ ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन, दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला और ग्रीम स्मिथ, न्यूजीलैंड के डैनियल वेटोरी, पाकिस्तान की सना मीर और इंग्लैंड की सारा टेलर को भी इस सूची में शामिल किया गया। यह समारोह लंदन के ऐतिहासिक एबी रोड स्टूडियो में हुआ, जो लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड के निकट है, जहां विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल शुरू होने वाला है।
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना गर्व की बात: एमएस धोनी
धोनी ने इस सम्मान पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना गर्व की बात है। यह सम्मान विश्व भर के क्रिकेटरों की पीढ़ियों के योगदान को मान्यता देता है। इतने महान खिलाड़ियों के साथ नाम जुड़ना मेरे लिए अविस्मरणीय है।”
धोनी ने 2007 टी20 विश्व कप, 2011 वनडे विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर भारत को तीन अलग-अलग आईसीसी खिताब दिलाए, जो उन्हें एकमात्र कप्तान बनाता है, जिसने यह उपलब्धि हासिल की। उनके नेतृत्व में भारत 2009 में पहली बार टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचा।
विकेटकीपिंग में भी उन्होंने 123 स्टंपिंग का रिकॉर्ड बनाया
धोनी ने 538 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 17,266 रन बनाए और 829 डिसमिसल किए। वनडे में उन्होंने 10,773 रन 50.57 की औसत से बनाए, जिसमें 10 शतक और 73 अर्धशतक शामिल हैं। उनकी सबसे यादगार पारी 2011 विश्व कप फाइनल में छक्के के साथ जीत थी। विकेटकीपिंग में भी उन्होंने 123 स्टंपिंग का रिकॉर्ड बनाया।
2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बावजूद, धोनी आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हैं। बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा, “रांची के गलियों से हॉल ऑफ फेम तक, धोनी की यात्रा प्रेरणादायक है।” यह सम्मान धोनी के शांत स्वभाव, रणनीतिक कौशल और क्रिकेट में योगदान को दर्शाता है।