नई दिल्ली। महाराष्ट्र के नागपुर शहर में सोमवार रात भड़की हिंसा के पीछे माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) के नागपुर शहर अध्यक्ष फहीम शमीम खान का नाम सामने आया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि 38 वर्षीय फहीम खान ने अपने भड़काऊ भाषणों से सैकड़ों लोगों को उकसाया, जिसके परिणामस्वरूप शहर में व्यापक हिंसा फैली।
फहीम खान का राजनीतिक सफर
फहीम खान नागपुर के संजय बाग कॉलोनी, यशोधरा नगर का निवासी है। वह 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के खिलाफ MDP के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उसे मात्र 1,073 वोट मिले थे। चुनाव में हार के बावजूद, उसने शहर में अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने के प्रयास जारी रखे। उसका नाम पहले भी कई विवादित गतिविधियों में सामने आ चुका है, जिससे उसकी छवि संदिग्ध रही है।
हिंसा की साजिश और घटनाक्रम
पुलिस जांच के अनुसार, नागपुर हिंसा की साजिश पहले से रची गई थी। फहीम खान ने कुछ कट्टरपंथी लोगों को इकट्ठा कर सुनियोजित तरीके से दंगा भड़काने का काम किया। हिंसा से एक दिन पहले, गणेशपेठ थाने के बाहर MDP के नेताओं ने इकट्ठा होकर ‘औरंगजेब जिंदाबाद’ के नारे लगाए थे, जिसमें फहीम खान भी शामिल था। पुलिस का मानना है कि उसी ने भीड़ को उकसाने में मुख्य भूमिका निभाई।
सोमवार रात सेंट्रल नागपुर के चिटनिस पार्क इलाके में हिंसा भड़क उठी। दंगाइयों ने पुलिस पर पथराव किया, जिससे 34 पुलिसकर्मी घायल हो गए। अफवाहें फैलाई गईं कि एक समुदाय की धार्मिक पुस्तक को जलाया गया है, जिससे माहौल और बिगड़ गया। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया।
पुलिस की कार्रवाई और वर्तमान स्थिति
नागपुर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मुख्य आरोपी फहीम खान भी शामिल है। पुलिस कमिश्नर रविंद्र कुमार सिंगल ने बताया कि हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं, लेकिन एहतियात के तौर पर कर्फ्यू अब भी कई इलाकों में जारी है। नागपुर के कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपौली, शांत नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामबाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्र में कर्फ्यू लगा है।
दंगा नियंत्रण पुलिस (RCP) और त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) की टीमें भी संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रही हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिंसा के दौरान 12 पुलिसकर्मी, जिनमें 3 डीसीपी भी शामिल हैं, घायल हुए हैं।
फहीम खान की गिरफ्तारी और आगे की जांच
फहीम खान की गिरफ्तारी के बाद यह साफ हो गया है कि हिंसा को योजनाबद्ध तरीके से भड़काया गया था। पुलिस अब इस मामले में और गहराई से जांच कर रही है, ताकि इस साजिश से जुड़े अन्य लोगों को भी पकड़ा जा सके। फहीम खान की कॉल डिटेल्स और सोशल मीडिया गतिविधियों की भी जांच की जा रही है, ताकि उसके नेटवर्क का पूरा खुलासा किया जा सके।
यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि कैसे कुछ व्यक्तियों के स्वार्थी उद्देश्यों के लिए पूरा शहर हिंसा की आग में झोंक दिया जाता है। सभी नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और शांति एवं सद्भाव बनाए रखने में सहयोग करना चाहिए।