नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी परिवार पर संविधान पर हमला करने में कोई कसर नहीं छोड़ने का आरोप लगाते हुए उसकी पीढ़ियों पर तीखा हमला बोला। संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर बहस में भाग लेते हुए पीएम मोदी ने कहा कि संविधान को बदलने के बीज जवाहरलाल नेहरू ने बोए थे और इसके बाद इंदिरा गांधी ने इसे आगे बढ़ाया।
जवाहरलाल नेहरू पर पीएम मोदी
नेहरू पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अपने संविधान का पालन करते थे और उन्होंने जयप्रकाश नारायण और तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसे वरिष्ठ नेताओं की सलाह पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने अपने संविधान का पालन नहीं किया और जब राज्य इकाइयों ने सरदार पटेल का समर्थन किया तो नेहरू को नेता बनाया।
इंदिरा गांधी पर पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि संविधान को बदलने की परंपरा इंदिरा गांधी ने अपने कार्यकाल के दौरान अपनाई थी। उन्होंने इंदिरा गांधी पर संविधान का दुरुपयोग करके आपातकाल लगाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने न्यायपालिका पर कब्जा करने के लिए संवैधानिक संशोधनों के माध्यम से अदालतों के पंख काट दिए।
राजीव गांधी पर पीएम मोदी
राजीव गांधी की ओर मुखातिब होते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने शाहबानो मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटकर संविधान पर हमला किया। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि राजीव गांधी ने वोट बैंक की राजनीति के लिए चरमपंथियों का पक्ष लिया।
सोनिया गांधी और राहुल पर पीएम मोदी
सोनिया गांधी को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय सलाहकार परिषद, जिसकी अध्यक्षता पूर्व कांग्रेस प्रमुख करते थे, को मनमोहन सिंह के तहत यूपीए शासन के दौरान कैबिनेट से ऊपर रखा गया था। पीएम मोदी ने कहा, “कांग्रेस ने एक गैर-संवैधानिक संस्था, राष्ट्रीय सलाहकार परिषद को प्रधानमंत्री से ऊपर रखा।”
राहुल गांधी का नाम लिए बिना, प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मनमोहन सिंह सरकार सत्ता में थी और अपनी बात को आगे बढ़ाने के लिए कि कैसे कांग्रेस ने संविधान पर हमला किया। एक अहंकारी नेता ने कैबिनेट के फैसले को फाड़ दिया