नई दिल्ली। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर के पहले विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी की जीत के बाद उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए तैयार हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि आज शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद के लिए शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा सुबह 11:30 बजे उमर अब्दुल्ला और उनके मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने आज श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री के रूप में उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए इंडिया गठबंधन के नेताओं को आमंत्रित किया है।
इंडिया ब्लॉक के नेताओं को भेजा गया निमंत्रण
शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित इंडिया ब्लॉक के प्रमुख नेताओं को भेजा गया है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, राजद के लालू प्रसाद यादव और द्रमुक के एम के स्टालिन के भी शामिल होने की उम्मीद है। अन्य प्रमुख आमंत्रितों में शिव सेना से उद्धव ठाकरे, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पीडीपी की महबूबा मुफ्ती, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप के अरविंद केजरीवाल शामिल हैं।
समारोह में नेताओं के शामिल होने को लेकर स्पष्टता नहीं
हालांकि, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के कश्मीर प्रांतीय अध्यक्ष नासिर असलम वानी के अनुसार, यह स्पष्ट नहीं है कि समारोह में कौन शामिल होगा। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया। यह निमंत्रण सरकार द्वारा केंद्र शासित प्रदेश में राष्ट्रपति शासन हटाने के एक दिन बाद आया है।
उमर अब्दुल्ला को संबोधित एक पत्र में मनोज सिन्हा ने कहा, “मुझे जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला से 11 अक्टूबर 2024 का एक पत्र मिला है, जिसमें यह बताया गया है कि आपको सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया है।”