नई दिल्ली। हाल ही में भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई है, जिसमें सेंसेक्स 1,200 अंक तक टूट गया और निफ्टी 200 अंक से अधिक गिर गया। इस गिरावट के पीछे कई प्रमुख कारण हैं:
1. वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों को लेकर अनिश्चितता बढ़ी है। स्टील और एल्युमीनियम आयात पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा से ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ गई है, जिससे वैश्विक बाजारों में नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली:
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) द्वारा भारतीय बाजार में लगातार बिकवाली हो रही है। साल 2025 में अब तक FIIs ने भारतीय शेयर बाजार से 88,139 करोड़ रुपये निकाले हैं, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा है।
3. रुपये की कमजोरी:
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी भी एक महत्वपूर्ण कारण है। हालांकि बुधवार को रुपया 39 पैसे मजबूत होकर 86.44 प्रति डॉलर पर खुला, लेकिन समग्र रूप से रुपये की कमजोरी ने विदेशी पूंजी के बहिर्वाह को बढ़ावा दिया है।
4. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में गिरावट:
निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में क्रमशः 1.37% और 1.77% की गिरावट दर्ज की गई है। विशेष रूप से, महिंद्रा एंड महिंद्रा, जोमैटो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, आईटीसी और अदाणी पोर्ट्स जैसे ब्लू-चिप शेयरों में महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई है।