नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबुझमाड़ के जंगल में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की खबर है। यह मुठभेड़ मंगलवार, 21 मई 2025 को सुबह शुरू हुई, जब डीआरजी और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर थी। पुलिस के अनुसार, यह अभियान खुफिया जानकारी के आधार पर शुरू किया गया था, जिसमें इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना थी। मुठभेड़ अबुझमाड़ के घने जंगल में हो रही है, जो नक्सलियों का गढ़ माना जाता है।
खबरों के मुताबिक, इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने एक शीर्ष नक्सली कमांडर को घेर लिया है। कुछ अनौपचारिक स्रोतों ने दावा किया है कि इस मुठभेड़ में 20 नक्सलियों के मारे जाने की संभावना है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है। पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ अभी भी जारी है, और सुरक्षा बल पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रहे हैं। इस दौरान भारी गोलीबारी की खबरें हैं, और दोनों पक्षों की ओर से हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
नक्सल गतिविधियों का केंद्र रहा है अबुझमाड़
नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा की सीमा पर स्थित अबुझमाड़ नक्सल गतिविधियों का केंद्र रहा है। हाल के महीनों में छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों में तेजी आई है। पिछले कुछ महीनों में सुरक्षा बलों ने कई सफल ऑपरेशन किए, जिनमें नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ। अप्रैल और मई 2024 में भी नारायणपुर और आसपास के क्षेत्रों में मुठभेड़ों में कई नक्सली मारे गए थे।
मार्च 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने का लक्ष्य रखा है, और इस दिशा में सुरक्षा बलों की कार्रवाई तेज हो रही है। इस मुठभेड़ से नक्सलियों के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक और महत्वपूर्ण कदम उठने की उम्मीद है। स्थानीय पुलिस और प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, और मुठभेड़ के परिणामों की विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी।