नई दिल्ली। पाकिस्तान वायुसेना के प्रवक्ता औरंगजेब ने एक चौंकाने वाले बयान में 2019 के पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तान की भूमिका स्वीकार की है। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है।
औरंगजेब ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने पुलवामा में अपनी रणनीतिक कुशलता दिखाई,” जिसे भारत ने पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को समर्थन का स्पष्ट सबूत माना है। इस बयान ने दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण रिश्तों को और गहरा कर दिया है।
CRPF काफिले पर विस्फोटक से भरे वाहन से हमला किया
पुलवामा हमले में 14 फरवरी, 2019 को जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर विस्फोटक से भरे वाहन से हमला किया था, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे। भारत ने इसके जवाब में बालाकोट में हवाई हमले किए थे। अब औरंगजेब का बयान भारत के उस दावे को मजबूत करता है कि पाकिस्तान आतंकी संगठनों को समर्थन देता है।
पाक-अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर हमले किए गए
पहलगाम में 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। भारत ने इस हमले के लिए लश्कर-ए-तैयबा और इसके सहयोगी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट को जिम्मेदार ठहराया, जिन्हें पाकिस्तान से समर्थन मिलने का आरोप है। हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर हमले किए गए। भारत ने इस ऑपरेशन में 130-140 आतंकियों को मार गिराने का दावा किया।
भारत ने इसे समझौते का उल्लंघन बताया
पाकिस्तान ने भारत के हमलों को आक्रामक करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद दोनों देशों ने युद्धविराम पर सहमति जताई। हालांकि, युद्धविराम के कुछ घंटों बाद ही श्रीनगर और अन्य क्षेत्रों में गोलीबारी की खबरें आईं। भारत ने इसे समझौते का उल्लंघन बताया, जबकि पाकिस्तान ने भी भारत पर उल्लंघन का आरोप लगाया।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पेशकश की और कश्मीर मुद्दे पर समाधान की बात कही। भारत ने स्पष्ट किया कि युद्धविराम द्विपक्षीय बातचीत का परिणाम था, न कि अमेरिकी हस्तक्षेप का।