नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक में भारत के एकमात्र पुरुष पहलवान अमन सहरावत 8 अगस्त को सेमीफाइनल में जापान के री हिगुची से हारने के बाद पुरुषों के 57 किग्रा वर्ग में कांस्य के लिए लड़ेंगे। अमन सेमीफाइनल मुकाबले में तकनीकी श्रेष्ठता के कारण पिछड़ गए। वह तीन मिनट की पहली अवधि से आगे नहीं बढ़ सके। गुरुवार को लगातार दो तकनीकी श्रेष्ठता जीत हासिल करने के बाद अमन सहरावत आत्मविश्वास से भरे हुए थे। हालांकि, रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता और 2022 के विश्व चैंपियन री हिगुची 21 वर्षीय भारतीय पर शुरू से हावी थे।
अमन सहरावत कांस्य पदक मैच में पैन अमेरिकन गेम्स के कांस्य पदक विजेता प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज से भिड़ेंगे। डेरियन को 57 किग्रा वर्ग के रेपेचेज राउंड में बाई मिली है। 21 वर्षीय खिलाड़ी ने पेरिस में अपना पहला ओलंपिक अभियान उत्तरी मैसेडोनिया के व्लादिमीर एगोरोव पर 10-0 से जीत के साथ शुरू किया था। इसके बाद अमन ने क्वार्टर फाइनल में अल्बानिया के अबाराकोव जेलिमखान को 12-0 से हराया।
छत्रसाल स्टेडियम में की है ट्रेनिंग
2004 में जन्मे सहरावत दिल्ली के प्रतिष्ठित छत्रसाल स्टेडियम में प्रशिक्षु हैं। वह पहले ही U23 विश्व चैंपियनशिप और सीनियर एशियाई चैंपियनशिप सहित प्रभावशाली खिताब हासिल कर चुके हैं। अंशू मलिक (57 किग्रा) गुरुवार को अपना पहला राउंड हार गईं, जबकि अंतिम पंघाल (53 किग्रा) अपना पहला राउंड हार गईं और निशा दहिया महिलाओं के 68 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में अपना क्वार्टर फाइनल मुकाबला मुकाबले के दौरान हृदय विदारक चोट के कारण हार गईं।