नई दिल्ली। संविधान के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में लोकसभा में दो दिवसीय बहस की शुरुआत आज से होगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को बहस का जवाब देने वाले हैं। भाजपा और कांग्रेस ने अपने सभी सदस्यों को 13 और 14 दिसंबर को सदन में उपस्थित रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है।
संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर एक विशेष चर्चा शुरू होने वाली है और नवनिर्वाचित वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा बहस के दौरान लोकसभा में अपना पहला भाषण देंगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बहस की शुरुआत कर सकते हैं। 25 नवंबर से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र में अरबपति जॉर्ज सोरोस के साथ कांग्रेस के संबंध और संभल और मणिपुर में अशांति सहित विभिन्न मुद्दों पर लगातार हंगामा और बार-बार स्थगन देखा गया है।
शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा
संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू हुआ और 20 दिसंबर तक चलेगा। इस साल की शुरुआत में निचले सदन में शपथ लेने के बाद रायबरेली से कांग्रेस सांसद ने कहा था, ‘जय भारत, जय संविधान।’ हाथ में संविधान की एक प्रति लेकर, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के कई सांसदों ने भी इसका अनुसरण किया।
संविधान की प्रतियां साथ रखते हैं इंडिया ब्लॉक के नेता
18वीं लोकसभा सत्र के पहले दिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन के नेता के रूप में शपथ लेने गए तो इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने भी संविधान की प्रतियां पकड़ लीं थी। दरअसल, स्पीकर ओम बिरला ने तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर को ‘जय हिंद, जय संविधान’ कहकर शपथ लेने पर डांट लगाई, जिससे विवाद खड़ा हो गया। हंगामे से प्रभावित सत्र के दौरान लोकसभा संविधान पर बहस आयोजित करने के लिए तैयार है।