नई दिल्ली। अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद, भारतीय पायलटों के संगठन, फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) और रॉयटर्स के खिलाफ कानूनी नोटिस जारी किया है। इस हादसे में 260 लोग मारे गए थे, जिसमें 241 यात्री और चालक दल के सदस्य और 19 जमीन पर मौजूद लोग शामिल थे।
FIP ने इन मीडिया हाउसेज पर “निराधार और अप्रमाणित” रिपोर्टिंग का आरोप लगाया है, जिसमें दावा किया गया कि विमान के कैप्टन सुमीत सभरवाल ने जानबूझकर या गलती से ईंधन नियंत्रण स्विच को बंद कर दिया, जिसके कारण बोइंग 787 ड्रीमलाइनर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
AAIB की रिपोर्ट में पायलट की गलती नहीं बताई गई
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया कि टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही दोनों इंजनों के ईंधन स्विच रन से कटऑफ स्थिति में चले गए, जिसके बाद कॉकपिट में भ्रम की स्थिति पैदा हुई। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में एक पायलट को दूसरे से पूछते सुना गया, “आपने ईंधन क्यों बंद किया?” जिसका जवाब था, “मैंने नहीं किया।” हालांकि, रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं है कि स्विच कैसे बंद हुए।
FIP के अध्यक्ष सीएस रंधावा ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट में पायलटों की गलती का कोई उल्लेख नहीं है और मीडिया ने बिना पुख्ता सबूतों के पायलटों को बदनाम किया।
WSJ और रॉयटर्स से माफी और अपनी रिपोर्ट वापस लेने की मांग
FIP ने WSJ और रॉयटर्स से माफी और अपनी रिपोर्ट वापस लेने की मांग की है। साथ ही कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। संगठन ने जांच में पारदर्शिता की कमी और तकनीकी विशेषज्ञों की अनुपस्थिति पर भी सवाल उठाए। दूसरी ओर, AAIB और अमेरिकी NTSB की जांच जारी है, और अंतिम रिपोर्ट एक साल में आने की उम्मीद है। भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय और AAIB ने मीडिया से अपील की है कि वे जल्दबाजी में निष्कर्ष न निकालें, क्योंकि यह जांच की विश्वसनीयता को प्रभावित कर सकता है।