भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों को इशारों-इशारों में कड़ा संदेश दिया है। दरअसल, BCCI आईपीएल में हिस्सा लेने के लिए खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी में तीन से चार मैच खेलना अनिवार्य कर सकती है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने यह फैसला इसलिए उठाया है, क्योंकि युवा क्रिकेटर घरेलू क्रिकेट की जगह सीधा IPL में खेलने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
इसी कड़ी में झारखंड के विकेट कीपर ईशान किशन का प्रथम श्रेणी क्रिकेट में नहीं खेलना और केवल आईपीएल पर ध्यान केंद्रित करने के चलते बीसीसीआई इस कदम को उठाने की योजना बना रही है। वहीं मीडिया रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि ईशान किशन आईपीएल से पहले डीवाई पाटील टूर्नामेंट में भी खेलेंगे।
क्रुणाल पंड्या और दीपक चाहर पर भी लागू
हालांकि यह फैसला पूरी तरह से ईशान किशन को लेकर नहीं है। इसका दायरा स्टार ऑलराउंडर क्रुणाल पांडे और दीपक चाहर जैसे अन्य खिलाड़ियों तक भी है, जो रणजी ट्रॉफी मैचों में इनएक्टिव रहते हैं। वहीं इस सख्ती के दायरे में श्रेयस अय्यर जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी भी हैं, जिन्हें खराब परफॉर्मेंस के कारण राष्ट्रीय टीम से बाहर कर दिया गया था।
ईशान ने बढ़ाई टेंशन
झारखंड के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन कंपटेटिव क्रिकेट से लंबे समय से गायब चल रहे हैं। साउथ अफ्रीकी सीरीज के दौरान टीम इंडिया से बाहर होने के कारण रणजी ट्रॉफी में झारखंड के लिए खेलने से इनकार करने के उनके फैसले की काफी आलोचना हुई है। इस आलोचना के बावजूद भी ईशान किशन आईपीएल की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करने के अपने फैसले पर कायम हैं।
जनवरी से ही IPL की तैयारी में जुटे क्रिकेटर
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का मानना है कि कुछ क्रिकेटर जनवरी से IPL की तैयारी में जुड़ गए हैं और यहां तक कि क्रुणाल को हाल ही के हफ्तों में बड़ोदरा में हार्दिक पांड्या और ईशान के साथ अभ्यास करते हुए देखा गया था।